- झूठी रिपोर्ट करने वाले फरियादी सहित उसके साथी भी पुलिस की गिरफ्त में।
- शुजालपुर में शादी में हुए विवाद का बदला लेने के लिए, फरियादी ने कर दी थी झूठी रिपोर्ट।
इंदौर – पुलिस थाना पलासिया पर दिनांक 26/5/ 2025 को रात्रि में लगभग 3:00 बजे शिवराज मेवाड़ा पिता दीप सिंह मेवाडा निवासी माली खेड़ी तहसील गुलाना जिला शाजापुर हाल निवासी फ्लैट नंबर 301 कल्पक अपार्टमेंट मनीष पुरी इंदौर ने रिपोर्ट लिखाया था कि उसके घर के बाहर टैक्सी स्टैंड के पास तरुण व उसके दो साथी द्वारा उसे पर जानलेवा हमला किया गया था जिसमें बचाव के दौरान उसके बाएं हाथ पर चाकू से चोट आई थी फरियादी की चोट का मेडिकल परीक्षण कराया गया था तथा उसके द्वारा लिखाई गई रिपोर्ट के आधार पर आरोपी तरुण मालवीय व दो साथियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।
उक्त प्रकरण में वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में पुलिस उपायुक्त ज़ोन-3 श्री हंसराज सिंह व अतिरिक्त पुलिस उपयुक्त ज़ोन-3 श्री रामस्नेही मिश्रा द्वारा बारीकी से त्वरित विवेचना के निर्देश दिए गए ।
प्रकरण में पुलिस थाना पलासिया की टीम द्वारा सहायक पुलिस आयुक्त संयोगितागंज श्री तुषार सिंह के मार्गदर्शन में बारीकी से हर पहलू पर विवेचना की गई जिसमें फरियादी द्वारा बताया घटनाक्रम अस्वाभाविक प्रतीत हुआ । प्रकरण के कथित आरोपी तरुण मालवीय के संबंध मे तकनीकी जाँच की गई जिसमे घटना के समय उसकी उपस्थिति शुजालपुर में पाई गई । तब फरियादी शिवराज मेवाड़ा तथा उसके मित्र नरेंद्र मेवाड़ा से बारीकी से अलग-अलग पूछताछ की गई जिसमें उनके कथनों में विरोधाभास पाया गया ।
फरियादी शिवराज मेवाड़ा का मोबाइल फोन चेक किया गया तो उसमें पाया गया कि घटना वाली रात्रि में शिवराज का विवाद उसकी महिला मित्र से हो गया था इसके संबंध में व्हाट्सएप पर चैट पाई गई है । इसी में शिवराज ने अपनी महिला मित्र को आत्महत्या की धमकी दी थी । इसके बाद उसने स्वयं अपना हाथ काट लिया और उसका फोटो भी खींचकर अपनी महिला मित्र को भेजा है ।
मोबाइल में प्राप्त इस साक्ष्य के आधार पर जब शिवराज मेवाड़ा से पूछताछ की गई तो उसने झूठी रिपोर्ट करना स्वीकार किया और बताया कि घटना वाली रात वह शराब के नशे में था इसी दौरान व्हाट्सएप पर उसकी महिला मित्र से बहस व विवाद हो गया तब गुस्से व नशे में उसने स्वयं अपना हाथ काट लिया । जब ज्यादा खून बहने लगा तो उसने अपने दोस्त नरेंद्र मेवाड़ा को फोन लगा कर बुलाया और फिर दोनों सीएचएल अस्पताल गए थे जहां पर डॉक्टर से शिवराज ने स्वयं के हाथ से चोट लगना बताया था तब डॉक्टर ने उन्हें एमएलसी रिपोर्ट करने का बताया था और इलाज में करीब 22 से ₹25000 का खर्च बताया था । तब शिवराज और नरेंद्र थाना पलासिया पहुंचे थे जहां उनके अन्य मित्र भी आ गए थे । तब हाथ में आई इस चोट का फायदा उठाने के लिए शिवराज ने तरुण मालवीय के नाम से झूठी जान लेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज करवा दी थी । जब इस संबंध में शिवराज से इसका कारण पूछा तो उसने बताया की दिनांक 26-27 अप्रैल को शुजालपुर में एक शादी कार्यक्रम के दौरान शिवराज और नरेंद्र का विवाद तरुण मालवीय से हुआ था जिसमें शिवराज और नरेंद्र ने तरुण मालवीय के साथ मारपीट कर दी थी तब तरुण मालवीय ने इन दोनों के खिलाफ शुजालपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कर दिया था । इसी कारण बदला लेने के लिए शिवराज मेवाड़ा ने स्वयं को की गई चोट का फायदा उठाते हुए तरुण मालवीय के विरुद्ध जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज करवा दिया था ।
प्रकरण के आरोपी शिवराज मेवाड़ा व नरेंद्र मेवाड़ा को अभीरक्षा में लेकर उचित वैधानिक कार्रवाई की जा रही है ।
उक्त कार्यवाही में थाना पलासिया के टीआई मनीष मिश्र, उपनिरी राजकुमार पँवार प्रधान आरक्षक इमरत यादव, आरक्षक राकेश नेहरा की विशेष भूमिका रही है ।