- शेयर ट्रेडिंग में कई गुना रिटर्न देने के नाम से आरोपियों ने (बिलासपुर) छत्तीसगढ़ के फरियादी से की थी 16 लाख 45 हजार रूपए की ठगी।
- आरोपियों के विरुद्ध थाना अपराध शाखा जिला इंदौर में पंजीबद्ध है धोखाघड़ी सहित विभिन्न धाराओं में अपराध।
इंदौर शहर में ऑनलाइन फ्रॉड और धोखाधड़ी संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में क्राईम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड एवं सोशल मीडिया संबंधित अपराधों में आरोपियों के विरुद्ध लगातार कार्यवाही की जा रही है।
इसी अनुक्रम में अपराध शाखा में इंदौर के (बिलासपुर) छत्तीसगढ़ के फरियादी नितिन जैन के द्वारा लिखित शिकायत की गई थी की ग्रोइंग डिजायर एडवाइजरी कंपनी के नाम से कॉल कर शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करके गई गुना प्रॉफिट कमाने के नाम से 16,45,000/– रू प्राप्त कर धोखाधड़ी की गई।
जिस पर क्राइम ब्रांच इंदौर के द्वारा फरियादी की शिकायत जांच करते हुए ज्ञात हुआ की स्कीम नंबर 54 स्थित ग्रोइंग डिजायर एडवाइजरी कंपनी विकाश चौहान के नाम से रजिस्टर्ड है। जिसके अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलाकर बिलासपुर के फरियादी को शेयर बाजार में कई गुना प्रॉफिट का झांसा देकर ठगी की वारदात की गई थी। जिसपर क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा अपराध धारा 420, 409 34 का अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण में आरोपी (1).विकाश चौहान निवासी ,इंदौर को गिरफ्तार किया गया था।
उक्त प्रकरण में आरोपी विकास का भाई लंबे समय से फरार था जिसे क्राईम ब्रांच टीम द्वारा तकनीकी एवं मुखबिर सूचना प्राप्त कर साथी आरोपी (2). सचिन चौहान निवासी इंदौर को गिरफ्तार कर जैल भेजा गया।
★★★★ “साइबर एडवाइजरी”★★★★
(1). अच्छे मुनाफे के लालच में शेयर एडवाइजरी कंपनी की विश्वसनीयता की जांच किए बिना कभी भी इन्वेस्टमेंट न करें।
(2). ट्रेडिंग हेतु “सेबी” द्वारा समय समय पर जारी निर्देशों एवं नियमों का पूरा ध्यान रखें ।
(3). अपने ट्रेडिंग डीमेट अकाउंट के आईडी –पासवर्ड अनजान व्यक्ति से साझा न करे।
(4). सोशल मीडिया ग्रुप में दिखाए गए लुभावने ऑफर्स के लालच में आकर किसी भी टेलीग्राम, व्हाट्सअप, इंस्टाग्राम, फेसबुक आदि में प्राप्त फर्जी लिंक पर क्लिक न करें और फर्जी लिंक माध्यम से प्राप्त apk software को भी डाउनलोड न करे।
(5). किसी भी तरह से फ्रॉड होने पर तत्काल अपने नजदीकी थाने या Ncrp पोर्टल/1930 पर कॉल या क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस की साईबर हेल्पलाइन पर कॉल करे।