- लोगों को कॉल पर परिचित बताकर पैसे प्राप्त कर, देते थे ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम।
- आरोपी गैंग लोगो को उनका परिचित बताकर, ठगने के प्रयास हेतु रोजाना सैकड़ों लोगो को करते थे कॉल।
- आरोपी गैंग ने पूछताछ में देशभर में सैकड़ों लोगो के साथ करोड़ों रुपए की ठगी करना किया स्वीकार ।
- आरोपी गैंग राजस्थान में बैठकर ठगी की वारदात करती थी और हरियाणा के एटीएम से निकलती थी पैसे ।
- क्राइम इंदौर की साइबर हेल्पलाइन पर प्राप्त सूचना पर, आरोपी के विरुद्ध थाना विजय नगर में हुआ धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध।
- आरोपी का पुलिस रिमांड प्राप्त कर की जा रही है पूछताछ ।
इंदौर कमिश्नरेट में लोगों से छलकपट कर अवैध लाभ अर्जित करते हुये आर्थिक ठगी करने वाले एवं सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर आपत्तिजनक पोस्ट व हैकिंग करने वाले अपराधियों की पहचान कर विधिसंगत कार्यवाही करते हुये उनकी धरपकड़ करने हेतु वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में, पुलिस द्वारा प्रभावी कार्यवाही लगातार की जा रही है।
इसी अनुक्रम में इंदौर क्राईम ब्रांच द्वारा संचालित cyberhelpline नंबर 7049124445 पर फरियादी के द्वारा शिकायत की गई थी की किसी अज्ञात ठग व्यक्ति ने कॉल पर मुझे अपना परिचित मित्र बताकर झूठ कहा कि मैंने फरयादी को 96 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए है उसे ठग ने अपने किसी अन्य मित्र को ट्रांसफर करने के लिए कहा गया। फरियादी ने ठग को अपना परिचित व्यक्ति समझा और ठग द्वारा भेजे गए फर्जी ट्रांजेक्शन के मैसेज पर भरोसा करके ठग के द्वारा बताए गए मोबाइल नंबर पर ऑनलाइन 96 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए, उसके बाद जब फरियादी ने अपने बैंक अकाउंट में चेक किया तो उसमे कोई अमाउंट नही आया था, फर्जी ट्रांजेक्शन मैसेज के धोखे में आकर ऑनलाइन ठगी का शिकार होने से संबंधित शिकायत की गई थी।
जिस पर संबंधित थाना विजय नगर पर अपराध धारा 420 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण की जांच में फरियादी से अपराध की पूरी जानकारी प्राप्त कर, अज्ञात ठग की बैंकिंग एवं अन्य महत्वपूर्ण तकनीकी जानकारी के आधार पर क्राइम ब्रांच एवं थाना विजय नगर की संयुक्त टीम द्वारा राजस्थान की ऑनलाइन ठगी करने वाली गैंग के मुख्य आरोपी (1). रईस खान निवासी– जिला डीग (राजस्थान), (2). अली शेर मोहम्मद खान निवासी– डीग(राजस्थान) को पकड़ा।
आरोपियों से ऑनलाइन फ्रॉड के संबंध में पूछताछ करने पर बताया कि उनके द्वारा रोजाना देशभर में सेकडो लोगो को कॉल लगाते थे जिनमे से 4–5 लोग के साथ रोज धोखाधड़ी करते थे इस प्रकार अभी तक सेकडो लोगो के साथ करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करना स्वीकार किया है।
आरोपियों के मोबाइल में मिली जानकारी के संबंध में पूछताछ करने पर आरोपी गैंग के द्वारा फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट्स पर पुराने अप्रचलित सिक्के(coin)को लाखों में खरीदने जैसी झूठी जानकारी प्रसारित करके, आमजन में से जो व्यक्ति पुराने सिक्के ठग को बेचने के लिए संपर्क करते,उसको ठग गैंग के अन्य साथी फर्जी पुलिस वाला बनकर धमकी देते थे की पुराने सिक्को को लाखो में बेचना अपराध है जिसमे आपको जेल होगी की धमकी देते हुए ब्लैकमेल करके धोखाधड़ी पूर्वक व्यक्ति से अवैध रूप से पैसे प्राप्त करते हुए ठगी करना भी कबूला है, उक्त सभी जानकारियों की जांच पुलिस के द्वारा की जा रही है।
आरोपियों को नियमानुसार गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय से पुलिस रिमांड प्राप्त करते हुए प्रकरण में अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।