- सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में फंसे मजदूरों के लिए देवदूत बनी राऊ पुलिस, तुरंत कार्यवाही ना होने पर जा सकती थी मजदूरों की जान ।
- तत्समय उपलब्ध साधनों का उपयोग कर की गई पुलिस टीम की त्वरित कार्यवाही व प्रधान आरक्षक नीलेश सुरालकर के CPR देने से बची 3 मजदूरों की जान।
इंदौर – पुलिस अपराध नियत्रंण एवं कानून व्यवस्था की अपनी ड्यूटी के साथ-साथ अपने सामाजिक उत्तरदायित्व का बखूबी निर्वहन भी वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में उत्कृष्ठ मानवीय मूल्यों के साथ पूरी संवेदनशीलता एवं गंभीरता से कर रही है।
इसी अनुक्रम में ऐसे ही एक मामले में इंदौर पुलिस त्वरित एवं संवेदनशील कार्यवाही से तीन मजदूरों की जान बची है।
आज दिनांक 14 सितंबर 2024 को क़रीब 4 बजे ओमेस हिल्स में प्राइवेट सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में केमिकल की पुताई के लाये कुछ मज़दूर अंदर गए हुए थे, जहां केमिकल गिर जाने से वही बेहोश हो गये । उन्हीं के एक साथी ने मदद के लिए रहवासीयो को बुलाया । रहवासीयो की सूचना पर तुरंत 7 मिनट में पुलिस मौके पर पहुची एसडीआरएफ़ को भी बुलाया गया पर चूंकि उन्हें आने में समय लगने से, पुलिस टीम ने वही कुछ जुगाड़ किया और आस पास के पाइप डालकर पड़ोसियो से एग्जॉस्ट लेकर फ्यूम्स को बाहर निकाला और ख़ुद अंदर गए रस्सी डालकर मजदूरो को बाहर निकाला जिनकी साँसे जाने को थी पर अपनी ट्रेनिंग का उपयोग करते हुए हेड कांस्टेबल निलेश सुरलकर ने सीपीआर दिया एम्बुलेंस के आने तक सभी को cpr देते रहे और एसीपी गाँधींनगर सुश्री रुबिना मिजवानी व थाना प्रभारी राऊ राजपाल सिंह राठौर की टीम ने सुरक्षित सभी को बाहर निकाला और अस्पताल रवाना किया।
एसीपी गांधी नगर के मार्गदर्शन में पुलिस थाना राऊ की टीम ने वहां पर उपलब्ध साधनों का उचित तरीके से उपयोग कर त्वरित कार्यवाही से आज तीन मजदूरो की जान बचाने में सफलता मिलीं।