- DCP क्राइम ने नाट्य कर्मियों के साथ लोगों को दी जानकारी कि, कानून में डिजिटल अरेस्ट जैसा नही है कोई प्रावधान।
- पम्पलेट्स व स्टिकर्स के माध्यम से लोगों को साइबर फ्रॉड के प्रति जागरूक रहने के लिए किया प्रेरित।
इंदौर- वर्तमान में बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये, इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से, पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह के दिशा निर्देशन में इंदौर पुलिस द्वारा लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
इसी अनुक्रम में एडिशनल कमिश्नर इंदौर श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में आज दिनांक 28.12.24 को एडिशनल डीसीपी क्राइम श्री राजेश दंडोतिया व टीम द्वारा अनवरत ग्रुप व अदभुत कम्युनिटी के सौजन्य से डिजिटल अरेस्ट साइबर फ्रॉड को ध्यान में रखते हुए नुक्कड़ नाटक स्क्रीन का साया का मंचन शाम को 56 दुकान पर किया गया।
उक्त नुक्कड़ नाटक के द्वारा नाटय कर्मियों ने आम जनता को बताया कि किस प्रकार विभिन्न सरकारी एजेंसी-CBI, ED, Crime branch, CID पुलिस आदि के फर्जी अधिकारी का डर दिखाकर ये साइबर क्रिमिनल्स, हमें अपने जाल में फंसाते है। नाटक के अंत में एडिशनल डीसीपी ने सभी को बताया कि पुलिस कभी भी किसी अपराधी को फिजिकली ही गिरफ्तार करती है, डिजिटल अरेस्ट जैसा कुछ नही होता। यदि आपको कोई डर दिखाकर डिजिटल अरेस्ट के नाम पर कोई कॉल आएं तो न घबराएं और तुरंत 1930 या इंदौर पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 7049124445 पर संपर्क करें।
इस दौरान पुलिस टीम ने करीब 500 लोगों को साइबर अवेयरनेस हेतु बनाये पम्पलेट्स वितरित कर, उन्हें विभिन्न साइबर फ्रॉड की जानकारी दी, और स्वयं जागरूक रहकर, साइबर जागरूकता को बढ़ाने में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।