• दोनों आरोपी लंबे समय से फेक ट्रांजेक्शन दिखाकर दुकानदारों के साथ कर रहे थे ठगी।

 

  • दोनों आरोपी जिला सतना के निवासी होकर तीन साल से इंदौर में पढाई के बहाने रहकर अपने शौक पूरा करने के लिये लोगों से करते थे ठगी।

 

  • धोखाधडीपूर्वक प्राप्त सोने की एक अंगुठी कीमती 46,000/- और घटना में इस्तेमाल दो मोबाइल आरोपियों से बरामद कर अन्य ठगी की वारदातो के संबंध में की जा रही है पूछताछ।

 

इंदौर शहर में लोगों के साथ धोखाधडी करने, फर्जी ट्रांजेक्शन करने वाले अपराधों की रोकथाम  और इनमें संलिप्त बदमाशों के विरुद्ध कडी कार्यवाही के निर्देश पुलिस कमिश्नर इंदौर द्वारा दिये गये । उक्त निर्देशों के अनुक्रम में एसीपी परदेशीपुरा श्रीमती हिमानी मिश्रा के मार्गदर्शन में पुलिस थाना  परदेशीपुरा द्वारा कार्यवाही करते हुए दो शातिर ठगों को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई है।

दिनांक 30/06/2025 को थाना परदेशीपुरा इन्दौर पर शिकायतकर्ता जयेश सोनी निवासी पाटनीपूरा इन्दौर द्वारा शिकायत की गई कि दिनांक 05/06/2025 को श्यामलाल & संस नामक मेरी ज्वैलर्स शॉप पर एक युवक आया जिसने सोने की अंगुठी कीमती 46,000/- रूपये की खरीदी और उसके मोबाइल से मेरे शॉप के स्कैनर पर स्कैन करके 46,000/- रूपये का ट्रांजेक्शन दिखाया, उसके दिखाये फेक ट्रांजेक्शन पर मैंने विश्वास किया और बिल तैयार कर रहा था तभी वह मेरी शॉप से चला गया लेकिन उसके ट्रांजेक्शन से मेरे खाते में कोई रकम नहीं आई । फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना परदेशीपुरा, इन्दौर पर अपराध धारा 318(4) BNS अंतर्गत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।

उक्त घटना पर थाना प्रभारी परदेशीपुरा आर0डी0 कानवा द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में टीम गठित कर लगाया। टीम ने लगातार सीसीटीवी कैमरे चैक किये, तकनिकी मदद ली और अपने सूचना – तंत्र के द्वारा आरोपी विकास पटेल निवासी  जिला सतना को गिरफ्तार किया जिसने अपने साथी कमल कमलनयन के साथ मिलकर डूप्लीकेट Phone Pay एप्लीकेशन से फेक ट्रांजेक्शन करना बताया । जिस पर आरोपी आरोपी कमलनयन  बैस निवासी  जिला सतना को गिरफ्तार किया गया । आरोपीयों के पास आभूषण खरीदने के कई बिल मिले हैं जिनके बारे में जानकारी एकत्रित की जा रही है ।

दोनों आरोपी मिलकर फर्जी एप्लीकेशन के माध्यम से फेक ट्रांजेक्शन दिखाकर लोगों से सामान खरीदते थे, दोनों आरोपी पुलिस अभिरक्षा में है, जिनके विरुद्ध विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही हैं। आरोपियाओं से पूछताछ जारी जिनसेवअन्य स्थानों पर की गई घटनाओं का खुलासा होने की भी संभावना है ।

 

उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी परदेशीपुरा आर0डी0 कानवा, प्रधान आरक्षक लक्की चौधरी, आरक्षक मनीष वर्मा, आरक्षक जैवेन्द्र गुर्जर व आरक्षक जितेन्द्र की उल्लेखनीय भूमिका रही।

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