- दो शातिर आरोपियों को पुलिस ने इटारसी एवं छिन्दवाडा से किया गिरफ्तार।
- आरोपियों से लगभग 1 करोड़ 90 लाख कीमत के कुल 07 चार पहिया लक्जरी वाहन बरामद।
- गिरोह का मास्टरमाइंड वाहनों के फर्जी दस्तावेज बनाकर, देता था किराए पर लिए वाहनों को बेच।
- आरोपी है आदतन अपराधी जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर, लसूड़िया इंदौर के साथ ही छिंदवाड़ा के थाना जुन्नारदेव व लाभाघुग्री क्षेत्र में भी दिया है इसी प्रकार धोखाधड़ी की वारदातो को अंजाम और उनमें चल रहा है फरार।
इंदौर- पुलिस थाना लसुडिया पर दिनांक 18.05.2024 को फरियादी रोहित पिता नागराज यदुवंशी नि. पंचवटी कालोनी इन्दौर ने थाना आकर रिपोर्ट की थी , कि वह ‘गो विथ कार’ नाम से एजेंसी चलाता है और वाहनों को किराये पर देता है । उसके द्वारा स्वयं की एजेंसी से प्रतीक चौधरी नि. इटारसी को महिन्द्रा थार और स्विफ्ट कार किराये पर दी थी , जिस पर उसने कुछ समय तक तो कार का किराया देने के बाद प्रतीक ने किराया देना बंद कर दिया और उक्त दोनों कार किसी अन्य व्यक्ति को बेच दी है। उक्त रिपोर्ट से थाना लसुडिया पर अपराध धारा 406 भादवि का पंजीबद्ध किया गया ।
इसी तरह प्रतीक चौधरी ने बागेश्वर कार रेंटल एजेंसी के संचालक प्रीतम कुशवाह से फोर्च्युनर कार, बलेनो कार तथा फोर्ड इंडिवर कार एवं आयुष अग्रवाल से टोयटा ग्लांजा कार एवं महिन्द्रा थार किराये पर लेकर बेच दी थी, जिनके शिकायत पत्र भी लसुडिया में दर्ज अपराध में सम्मलित किये गये थे ।
वाहनों को किराये पर लेकर उनकी हेराफेरी कर बेचने के इन मामले को गंभीरता से लेते हुये वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में पुलिस उपायुक्त जोन-02 श्री अभिनव विश्वकर्मा एवं अति. पुलिस उपायुक्त जोन-02 श्री अमरेन्द्र सिंह के द्वारा सहायक पुलिस आयुक्त विजय नगर श्री कृष्णलाल चंदानी को एक विशेष टीम गठित कर योजनाबद्ध तरीके से कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया।
जिस पर सहायक पुलिस आयुक्त विजय नगर के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा प्रकरण में अनुसंधान कर जांच के आधार पर प्रकरण के मुख्य आरोपी प्रतीक चौधरी नि. इटारसी एवं जितेन्द्र भावरकर नि. परासिया छिन्दवाडा को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी, तो आरोपियों ने उक्त अपराध करना स्वीकार किया।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह रेंटल कार एजेंसी से लक्जरी वाहन किराये पर ले लेते थे और उनके कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उन वाहनों को बेच देते थे । वाहनों को किराये पर लेते समय इनके द्वारा कार रेंटल एजेंसी के संचालकों को यह कहा गया था कि छिन्दवाडा में कोल माईन्स आ रही है जिसके लिये गाडियों की आवश्यकता है , इस आधार पर इनके द्वारा गाडियों किराये पर ली गयी थीं । प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों का साथी और घटना का मास्टर माईण्ड राजा डहरिया नि. ग्राम जिला छिन्दवाडा गाडियों के कूटरचित दस्तावेज और गाडी मालिक के कूटरचित आधार कार्ड और पेनकार्ड तैयार कर गाडी खरीदने वालों को देता था जो अभी फरार है, जिसके विरूद्ध जिला छिन्दवाडा के थाना जुन्नारदेव एवं थाना लाभाघुग्री में इसी तरह के वाहनों एवं ट्रेक्टर की अफरातफरी के मामले में 420,406, 467,468 भादवि के तहत मामले दर्ज हैं जिसमें भी आरोपी फरार हैं ।
आरोपियों ने उक्त वाहन नागपुर (महाराष्ट्र) , छिन्दवाडा , जबलपुर में बेच दी थीं , ग्लांजा एवं स्विफ्ट कार स्वयं के उपयोग के लिये रखी थी । उपरोक्त सातों वाहन आरोपियों से जप्त किये जा चुके हैं ।
उल्लेखनीय भूमिका:- सहायक पुलिस आयुक्त विजय नगर के निर्देशन में की गयी इस सराहनीय कार्यवाही में थाना प्रभारी लसुडिया तारेश कुमार सोनी , सउनि सुनील यादव , प्रआर 1904 विजेन्द्र सिंह बघेल , प्रआर 865 विक्रम सिंह जादौन , आर 1112 धनराज बाघेला , आर 3847 पुष्पेन्द्र यादव एवं साईबर शाखा से आर प्रवीण एवं आर राहुल की महत्वपूर्ण व अहम भूमिका रही।
जप्त वाहन :-
1.फोर्च्युनर कार वाहन क्रमांक UP32LD1669
2.महिन्द्रा थार कार वाहन क्रमांक MP13ZJ4304
3.महिन्द्रा थार कार वाहन क्रमांक MP09ZT6668
- फॉर्च्यूनर कार बिना नंबर
5.टोयटा ग्लांजा कार वाहन क्रमांक MP09ZK8805
6.स्वफ्टि कार वाहन क्रमांक MP48C5135
7.बलेनो कार बिना नंबर
जप्त मश्रुका :- कुल 07 चार पहिया लग्जरी वाहन कुल कीमत लगभग 01 करोड 90 लाख रुपये ।