• ठग द्वारा फर्जी टास्क इन्वेस्टमेंट में आवेदक को लुभावने प्रॉफिट का लालच देकर इन्वेस्ट करने का झूठ बोलकर की थी ठगी।
  • ठग द्वारा आवेदक से UPI ट्रांजेक्शन के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर किया था ऑनलाइन फ्रॉड।
  • क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा संचालित Cyber Helpline No. 704912-4445 पर प्राप्त शिकायत पर त्वरित कार्यवाही कर रिफंड कराये रुपए ।

 

इंदौर कमिश्नरेट में लोगों से छलकपट कर अवैध लाभ अर्जित करते हुये आर्थिक ठगी करने वाले एवं सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर आपत्तिजनक पोस्ट व हैकिंग करने वाले अपराधियों की पहचान कर विधिसंगत कार्यवाही करते हुये उनकी धरपकड़ करने हेतु प्रभावी कार्यवाही लगातार की जा रही है।   इसी अनुक्रम में क्राईम ब्रांच इंदौर की टीम द्वारा आवेदकों से फ्राड की शिकायत में संपूर्ण जानकारी लेकर जांच की, जिसमे ज्ञात हुआ कि  आवेदक (1). राजन निवासी इंदौर को अनजान ठग गैंग द्वारा टेलीग्राम पर फर्जी Link भेजकर apk software डाउनलोड करवाया गया, जिसमें आवेदक को ऑनलाइन खरीदी बिक्री कार्य में अधिक मुनाफा कमाने के नाम से ऑनलाइन UPI के माध्यम से 1,00,000/– रू इन्वेस्टमेंट के नाम प्राप्त कर ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया।

साइबर हेल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त शिकायत पर क्राइम ब्रांच टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित बैंक एवं UPI कंपनी से संपर्क कर, आवेदक के ₹1,00,000/– सकुशल रिफंड कराएं।

आमजन को सूचित किया जाता है की किसी भी अनजान व्यक्ति के द्वारा भेजी गई लिंक या apk फाईल को डाउनलोड न करे एवं टास्क बेस वर्क के नाम से इन्वेस्टमेंट कर लुभावने ऑफर्स या प्रॉफिट का लालच देने पर कभी भी विश्वसनीयता की जांच किए बिना पैसे नही देवे अन्यथा आप भी ऑनलाइन ठगी का शिकार हो सकते है।  इस तरह की घटना की सूचना तुरंत अपने नजदीकी थाने पर दे या क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा संचालित सायबर हेल्पलाइन नं. 704912-4445 या NCRP पोर्टल पर शिकायत दर्ज करे।

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