- ठग गैंग के द्वारा मुंबई क्राईम ब्रांच का अधिकारी बताकर कानूनी कार्यवाही का डर दिखाकर, ठगा था फरियादी को ।
- ठग द्वारा फरियादी को डिजिटल अरेस्ट का झूठ बोलकर प्राप्त किए थे पैसे।
इंदौर कमिश्नरेट में लोगों से छलकपट कर अवैध लाभ अर्जित करते हुये आर्थिक ठगी करने वाले एवं सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर आपत्तिजनक पोस्ट व हैकिंग करने वाले अपराधियों की पहचान कर विधिसंगत कार्यवाही करते हुये उनकी धरपकड़ करने हेतु वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में प्रभावी कार्यवाही लगातार की जा रही है।
इसी अनुक्रम में क्राईम ब्रांच कार्यालय में डॉक्टर दंपत्ति फरियादी के साथ अज्ञात ठग द्वारा स्वयं को FedEx मुंबई ब्रांच के कस्टमरकेयर का होना बताकर फरियादी का पार्सल थाईलैंड में डिलीवर नही होने की जानकारी दी जब फरियादी ने कहा कि मेरे कोई पार्सल नहीं भेजा गया है थाईलैंड तो ठग द्वारा झूठ कहा की आपका आपका अधर कार्ड जिस बैंक से जुडा है उसमे 16 करोड़ रुपए चाइल्ड ट्रैफिकिंग और मनी लांड्रिंग के आए है और कहा कि आपकी बात सीनियर ऑफिसर मुंबई क्राईम ब्रांच से करवाते है, ठग गैंग के द्वारा स्काइप पर वीडियो कॉल के माध्यम से मुंबई क्राइम ब्रांच का बताते हुए कॉल पर कहा की आपके द्वारा भेजे गए पार्सल में अवैध मादक पदार्थ एमडी ड्रग्स एवं माल्टीपल पासपोर्ट मिले है जैसी कई झूठ और गलत जानकारी देते हुए पुलिस कार्यवाही का डर दिखाते हुए फर्जी डिजिटल अरेस्ट करते हुए 08 लाख 36 हजार रुपए प्राप्त करने संबंधित ऑनलाइन ठगी की शिकायत फरियादी के द्वारा की गई थी।
जिस पर क्राइम ब्रांच इंदौर के द्वारा अपराध धारा 419, 420, 384 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण की जांच में फरियादी से अपराध की पूरी जानकारी प्राप्त कर, अज्ञात ठग के बैंक खाते फ्रीज करवाते हुए फरियादी के 05 लाख रुपए सकुशल रिफंड कराए गए।
क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा धोखाधड़ी की धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर की जा रही है अग्रिम वैधानिक कार्यवाही।
क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा लगातार अज्ञात ठग से संबंधित बैंकिंग एवं तकनीकी जानकारी निकलकर आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु प्रयास करते हुए प्रकरण में अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।