- गांव देहात में निम्न वर्ग के मजदूर एवं किसानों से लोन दिलाने के नाम पर लेते थे बैंक खाते
- 2 ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के लोगो को बचने लिए लेकर आए थे भरी संख्या मे बैंक खाते
- बैंक खातो के साथ मोबाइल की सिम, ATM कार्ड मय पिन, स्कैनर भी उपलब्ध करते थे
- इनके द्वारा इंदौर को बैंक खाते बचने खरीदें का मुख्यालय बनाने हेतु कई दिनो से रुके हुए थे
- पुलिस एवं अन्य जांच एजेन्सीयो बचने के प्रति दिन अलग अलग होटलो मे रुकते थे
- 6 कनाड़िया पुलिस की हिकमत अमली से समय रहते पकड़ा गया गिरोह
सायबर अपराधों एवं ऑन लाईन ठगी की रोकथाम हेतु चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस आयुक्त इन्दौर शहर श्री संतोष सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त इन्दौर शहर श्री अमित सिंह के द्वारा प्रभावी कार्यवाही करने के सबंध मे निर्देश दिये गये हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में पुलिस उपायुक्त महोदय जोन 02 श्रीमान अभिनय विश्वकर्मा के मार्गदर्शन में अति. पुलिस उपायुक्त इन्दौर जोन-2 श्री अमरेन्द्र सिंह एवं सहायक पुलिस आयुक्त, खजराना श्री कुंदन मंडलोई के द्वारा एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई हैं।
पुलिस थाना कनाडिया पुलिस टीम ने दिनाँक 13/04/2025 को मुखबीर की सुचना पर एक सफेद रंग की इनोवा कार क्रमांक MH30AT9111 सहित चार व्यक्तियों को पकडा गया जिनके कब्जे कई बैंक खाते की पासबुक, मोबाईल सीम, एटीएम मय पिन मोबाईल फोन जप्त किये गये। गिरोह के द्वारा महाराष्ट्र राज्य के ग्रामीण ईलाको से गरीब व आज जनता को विभिन्न सरकारी योजनाओ आदि का हवला दे कर बैंक खातो खुलवाये जाते है तथा उक्त खाते इंदौर मे बिचौलीयो के माध्यम से ऑनलाईन ठगी करने वाले, गेमिंग एप, फर्जी शेयर मार्केट एडवायजरी कंपनी आदि से जुड़े लोगो को प्रति खाता 25 से 30 हजार रुपये में बेचते थे। आरोपीयो के कृत्य पर थाना कनाडिया मे अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया ।
आरोपीयो की जानकारी निम्ननानुसार है-
- कुणाल पिता सुनील कुमार मनवानी नि. सिंधि केंप कच्ची खोली अकोला महाराष्ट्र,
- गौरव पिता, श्रीराम कुटे निवासी हरी हरपेठ जुनी शहर अकोला महाराष्ट्र,
- कुणाल पिता रतन बुन्देले निवासी शिवनगर ओल्ड सिटी अकोला महाराष्ट्र,
- संघपाल पिता गोवर्धन मोहोट निवासी सिद्धी केंप शास्त्री नगर छत्रपति शिवाजी महाराज पुतले के पास अकोला महाराष्ट्र
कार्यवाही में थाना कनाडिया के थाना प्रभारी निरीक्षक सहर्ष यादव, उ.नि. सचिन आर्य सउनि मुकामसिंह डावर प्रआर. 3328 भरत बडे आर 1651 सुभाष राजोरिया आरक्षक 3518 प्रदीप, आर 985 पुष्पराज की प्रमुख भूमिका रही हैं।