• संगठित गिरोह बनाकर सीरियल नकबजनी की वारदात करने वाली बाग टाण्डा की शातिर गैंग पुलिस की गिरफ्त में।

 

  • शातिर नकबजन संगठित होकर करते थे नकबजनी ।

 

  • संगठित गिरोह द्वारा इंदौर, हरदा, देवास, खण्डवा, खरगोन, धार में सीरियल नकबजनी की कई घटनाओं को दिया अंजाम ।

 

  • इंदौर सहित विभिन्न जिलो में नकबजनी कर चुराया सोने चांदी के जेवरात, नगदी रूपये ।

 

  • संगठित गिरोह के तीन शातिर बदमाशो के विरूध्द विभिन्न जिलो में, विभिन्न धाराओं के करीब 28 प्रकरण है पंजीबध्द ।

 

इन्दौर शहर में अपराधों पर नियंत्रण हेतु, चोरी, नकबजनी, लूट आदि सम्पत्ति संबंधी अपराधो की पतारसी के लिए, पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री राकेश गुप्ता व अतिरिक्त पुलिस आयुक्त इंदौर श्री अमित सिंह द्वारा प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस उपायुक्त जोन-01 इंदौर श्री विनोद कुमार मीना द्वारा  अति. पुलिस उपायुक्त जोन-01 श्री आलोक कुमार शर्मा व सहायक पुलिस आयुक्त अनुभाग आजाद नगर श्री आशीष पटेल के मार्गदर्शन में दिए निर्देशानुसार  कार्यवाही करते हुए पुलिस थाना तेजाजी नगर ने नकबजनी करने वाले एक संगठित गिरोह को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।

 

*संगठित गिरोह का तरीका ए वारदात*

 

थाना तेजाजीनगर इंदौर के अपराध  धारा 331(4), 305a, बी.एन.एस. में अनुसंधान के लिये टीम बनाकर घटना स्थल एवं उसके आस पास के सी सी टी व्ही कैमरे चैक किये गए जिसमें तीन आरोपीगण घटना स्थल पर दिखाई दिये जिनके चेहरे पर नकाब थे जो कि आखिरी सी सी टी व्ही कैमरे में ग्राम मिर्जापुर में दिखाई दिये उसके बाद रालामण्डल से लगती कॉलोनी एवं देवास जिले के उदयनगर थाना क्षेत्र आदि स्थानो के भी सीसी टीव्ही चैक किये गये परंतु आरोपीयो की कोई जानकारी पता नही चली। सायबर शाखा ने भी तकनीकी तरीकों से पतारसी के प्रयास किये गये परंतु आरोपीगण पेशेवर होने से मोबाईल का घटनास्थल पर कोई प्रयोग करना नही पाया गया।

अनुसंधान टीम व्दारा लगातार आरोपीगणो की पतारसी हेतु अनुसंधान किया गया। परंतु जानकारी नही मिलने पर प्राप्त सी सी टी व्ही फुटेज आदि का बारिकी से विश्लेषण किया गया जिसमें इंदौर जिले के बार्डर के विभिन्न थानो में होने वाली नकबजनी के सी सी टी व्ही फुटेज प्राप्त कर सभी का विश्लेषण करने पर पाया गया कि अधिकतर वारदातो में आरोरपीगणो व्दारा रोलिंग पाना एवं पेचकस का उपयोग किया गया है, जिसपर इस तरह के तरीकाये वारदात करने वाले आरोपीयो की सभी जिलो से जानकारी लेना प्रारंभ किया गया अनुसंधान के दौरान जिला धार से जानकारी प्राप्त हुई कि इस तरह के तरीकाये वारदात बाग टाण्डा के अपराधी करते है, जानकारी मिलने पर  पुलिस उपायुक्त  विनोद कुमार मीणा के निर्देशन में एक पुलिस टीम बाग टाण्डा जिला धार के लिये रवाना की गई टीम व्दारा जानकारी दी गई कि थाना टाण्डा जिला धार के शातिर नकबजन पानसिंह चौहान व्दारा इस तरह से वारदात को अंजाम दिया जाता है, उक्त जानकारी मिलने पर पानसिंह चौहान की जानकारी जिला धार से प्राप्त कर उसके फोटोग्राफ्स व उसके वर्षों पुराने बंद मोबाईल नंबरो के जरिये सायबर शाखा की मदद से वर्तमान चालू मोबाईल नंबरो की जानकारी प्राप्त की जाकर पुलिस टीम व्दारा लगातार चार दिन थाना टाण्डा क्षेत्र में दबिश देकर शातिर नकबजन पानसिंह चौहान  जिला धार को पकड़ा जिससे पूछताछ करने पर पानसिंह ने बताया कि गिरोह में तीन शातिर नकबजन सदस्य है।

 

(1).पानसिंह चौहान  जिला धार

 

(2). अंबाराम उर्फ अंबू  भूरिया जिला धार ।

 

(3). दिपेश उर्फ दिपेन्द्र मोहनिया जिला अलीराजपुर ।

 

शातिर नकबजन पानसिंह चौहान के व्दारा थाना तेजाजीनगर में नकबजनी की वारदात करना स्वीकार करने पर आरोपी को गिरफ्तार कर 03 दिन के पुलिस रिमाण्ड में लेकर पूछताछ की गई जिसमें संगठित गिरोह व्दारा इंदौर, हरदा, देवास, खण्डवा, खरगोन, धार में 28 आपराधिक प्रकरण पंजीबध्द होना पाया गया। सभी जिलों से अपराधो की जानकारी ली जाकर शातिर नकबजनो के विरूध्द न्यायालय में विचाराधीन प्रकरणो की जानकारी प्राप्त की गई।

उपरोक्त नकबजन संगठित गिरोह बनाकर अलग अलग जिलो में वर्ष 2022 से लगातार सीरियल नकबजनी की वारदातो को अंजाम दे रहे थे और लोगो की वर्षों की जमा पूंजी और सोने चांदी के जेवरात चोरी कर रहे थे। शातिर नकबजनो व्दारा लगातार संगठित गिरोह बनाकर नकबजनी की वारदातो को अंजाम दिया जा रहा था वरिष्ठ अधिकारीगणों के निर्देशानुसार नये कानून भारतीय न्याय संहिता में संगठित अपराध को लेकर दिये गये प्रावधानो के अनुसार प्रकरण में संगठित अपराध धारा 112 (2) भारतीय न्याय संहिता का ईजाफा किया गया है।

प्रकरण में अन्य आरोपीगण अंबाराम उर्फ अंबू पिता गंगाराम भूरिया उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम गातला थाना टाण्डा जिला धार एवं दिपेश उर्फ दिपेन्द्र पिता नानसिंह मोहनिया उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम सेवड़ थाना अंबुआ जिला अलीराजपुर का न्यायालय से प्रोडक्शन वारंट जारी कराया गया है जिनसे प्रकरण के मश्रुका के संबंध में पूछताछ किया जाना है।

उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी थाना तेजाजीनगर निरीक्षक श्री देवेद्र मरकाम, उनि अविनाश नागर, सउनि प्रदीप सोलंकी प्र.आर. संजय चावड़ा, प्र. आर. विजेन्द्र प्र.आर. देवेन्द्र परिहार, प्र. आर. अभिनव, आरक्षक सौरभ, आरक्षक. गोविन्दा गाडगे, आरक्षक. दिपेन्द्र राणा, हेमंत चौहान, अमित खत्री, गोवर्धन, प्रशांत, (साइबर सेल), की सराहनीय भूमिका रही हैं।

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