- बदमाश सतीश ने अपने साथियो के साथ मिलकर, रची थी अपने ही अपहरण की झूठी साजिश।
 
- बदमाश के साथियो ने उसके पिता को फोन कर सतीश के अपहरण की झूठी सूचना देकर, मांगी थी 1 लाख रुपये की फिरौती।
 
- बदमाश ने स्वंय के ऐशो आराम व मंहगे शौक पूरा करने के लिये लिये था कर्जा, उसी के लिए रचा अपहरण का झूठा घटनाक्रम।
 
इन्दौर- पुलिस थाना भंवरकुआं पर दिनांक 25/03/2025 को सतीश गुप्ता के पिता व्दारा पुलिस को सूचना दिया की मेरे बेटे सतीश गुप्ता निवासी सीधी का वर्तमान में सर्वानंद नगर इन्दौर पर रहकर चौईथराम फुल मण्डी में दुकान पर नौकरी करता है। जिसको किसी ने बंदी बनाकर रखा है और सतीश गुप्ता को छोडने के लिये 1 लाख रुपये फिरौती मांग कर रहे है।
उक्त सूचना पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में एसीपी जूनी इंदौर श्री देवेंद्र सिंह धुर्वे के दिशा निर्देशन में थाना प्रभारी भंवरकुआं द्वारा पुलिस टीम गठित कर सूचनाकर्ता के बतायेनुसार घटना की तस्दीक करते आसपास में पूछताछ करते पुलिस को घटना पर संदेह होकर घटना संदिग्ध लगी, पुलिस टीम व्दारा तत्काल बदमाश के मोबाईल नंबर की लोकेशन लेते व घटना की सुक्ष्म जांच कर स्थिति जानते पुलिस टीम को घटना पर ओर संदेह हुआ। तुरन्त पुलिस बतायेनुसार पहुंची जहां पर सतीश गुप्ता उसके साथी दोस्त आरुष आरोरा निवासी प्रिंस नगर इन्दौर व तेजवीर सिंह सद्द निवासी मेहरबान नगर इन्दौर के साथ मिला, जिससे घटनाक्रम की सूक्ष्मता से विस्तृत पूछताछ की तो, वो घभराने लगा और बताया कि मेरे व्दारा अपने शौक पूरे करने के लिये लोगो से कर्जा लिया जिससे में चुका नही पाने के कारण बदमाश सतीश गुप्ता पिता श्रीराम गुप्ता निवासी सीधी का वर्तमान में सर्वानंद नगर इन्दौर अपने दोस्त के साथ झुठी साजिश कर अपने परिवार से पैसे मांगने की झूठी कहानी रची थी।
पुलिस द्वारा आरोपियाओं को गिरफ्तार कर, विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही हैं।
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी राजकुमार व पुलिस टीम भँवरकुआं नगरीय इन्दौर की सराहनीय भूमिका रही।





