• बच्चों एवं महिलाओं को आवश्यक जानकारी देते हुए किया उनको महिला अपराधों के प्रति जागरूक।

इंदौर – दिनांक 18 मार्च 2023 – महिला अपराधों की रोकथाम एवं  बालिकाओं के साथ होने वाली घटनाओं पर नियंत्रण हेतु पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री हरिनारायणचारी मिश्र एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त इंदौर श्री मनीष कपूरिया के मार्गदर्शन में, महिलाओं एवं बालिकाओं से संबंधित प्रकरणों में प्राथमिकता से कार्यवाही के साथ ही बालिकाओं के संरक्षण हेतु जागरूकता अभियान चलाए जाने हेतु निर्देशित किया गया है। उक्त निर्देशों के अनुक्रम में पुलिस उपायुक्त ज़ोन 4 श्री आर. के. सिंह के दिशा निर्देशन में  बालिका सशक्तिकरण के लिए – “घर छोड़ के न जाओ अभियान” चलाया जा रहा हैं। इस आभियान के तहत अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ज़ोन 4 श्री अभिनय विश्वकर्मा एवं सहायक पुलिस आयुक्त अनुभाग पूर्णाश्री बी.पी.एस. परिहार के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी द्वारिकापुरी अलका मेनिया उपाध्ये के नेतृत्व में थाना क्षेत्र में लगातार महिलाओं एवं बालिकाओं के सशक्तिकरण के संबंध में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

 इसी क्रम में आज दिनांक 18.03.23  को  “घर छोड़ के न जाओ अभियान”  के तहत पुलिस थाना  प्रभारी अलका मेनिया उपाध्ये  के साथ उनकी टीम द्वारकापुरी थाना क्षेत्र की कालोनी अहीरखेडी दिग्विजय मल्टी में पहुंची। पुलिस टीम द्वारा वहां उपस्थित नाबालिग बालिकाओं व परिजनों को महिला संबंधित अपराधों के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें उनकी सुरक्षा हेतु उपाय एवं महिलाओं की सहायता के लिये संचालित विभिन्न हेल्पलाइन के बारें में जानकारी दी गई। साथ ही कम उम्र की बालिकाओं को किसी के बहकावे में आकर अपने घर को छोडकर चली जाती हैं जिसके क्या दुष्परिणाम होते हैं, किसी परेशानी आदि के कारण, घर छोड़कर जाने का एक छोटा सा गलत निर्णय,  किस प्रकार जीवन को नष्ट कर देता है जिसकी भरपाई किया जाना बहुत मुश्किल होता है आदि विषय के बारें में जानकार दी गई। उन्हें वर्तमान के सायबर क्राइम आदि के बारें भी  जागरूक किया गया और  छोटे बालक बालिकाओं को गुड टच व बैड टच के बारें में भी बताया गया।

      इस कार्यक्रम में थाना प्रभारी निरीक्षक अलका मेनिया उपाध्ये,  उप निरीक्षक सपना डोडिया, महिला आरक्षक अनीता, महिला सैनिक ममता, क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता व आंगनवाडी सहायिका समस्त मोहल्लों की महिलाएं व  बालिकाएं एवं बालक शामिल हुए ।

भीगी हुई आखो का, यह मंजर नहीं मिलेगा !

घर छोड़ कर ना जाओ, कहीं घर नहीं मिलेगा !!