- माँ ही यदि साइबर जागरुक बन जाएं तो, अपने व परिवार के लिए बन सकती है, डिजिटल कॉप
इंदौर- वर्तमान में बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये, इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से, पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह के दिशा निर्देशन में इंदौर पुलिस द्वारा लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
इसी अनुक्रम में आज दिनांक 19.01.25 को अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर श्री राजेश दंडोतिया ने पुलिस टीम के साथ में पहुंचकर, सायबर अवेयरनेस के तहत INMO इंदौर Mom’s के कार्यक्रम में सायबर पाठशाला लगाकर वहां उपस्थित करीब 100 महिलाओं को वर्तमान समय के साइबर अपराधों के विषय में बताते हुए, पुलिस के पास आने वाली साइबर अपराधों की केस स्टडी के माध्यम से विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड तथा सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर, किस प्रकार अपराधी हमें अपना शिकार बनाते हैं आदि के बारे में जानकारी दी। साथ ही साइबर अपराध होने पर हेल्पलाइन-1930, cybercime.gov.in तथा इंदौर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन 704912445 आदि पर किस प्रकार शिकायत करें तथा पुलिस इन पर किस प्रकार कार्यवाही करती है और साइबर अपराधों से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखें आदि के संबंध में प्रैक्टिकली समझाया।
उन्होंने सभी से कहा कि, चूंकि हम सभी आजकल ज्यादा से ज्यादा काम ऑनलाइन ही कर रहे है। इस डिजिटल वर्ल्ड में साइबर अपराधियों के सबसे ज्यादा सॉफ्ट टारगेट्स- टीनएजर्स, बुजुर्ग और महिलाएं ही हैं। ये अपराधी सोशल मीडिया पर निगरानी रख, बुलिंग, फिशिंग, स्टॉकिंग्स आदि द्वारा महिलाओं को परेशान कर रहे हैं।
अतः साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूक और सतर्क रहकर पूरी सावधानी के साथ ही डिजिटल कार्य और सोशल मीडिया का उपयोग करें और अपनी निजी जानकारी किसी से कभी भी शेयर न करें।
इस दौरान उन्होने सभी महिलाओं के विभिन्न सवालों के जवाब देते हुए कहा कि,यदि आप जैसी घर की माँ ही यदि साइबर अपराधो के प्रति जागरुक रहेंगी तो वो अपने व परिवार के लिए डिजीटल कॉप बन सकती है, तथा अपने परिवार को साइबर अपराधो से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
इस अवसर पर पुलिस टीम ने सभी महिलाओं को साइबर अवेयरनेस के पम्पलेट्स व स्टिकर्स भी दिए और सभी को साइबर जागरूकता लाने में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया।