• सोशल मीडिया फेसबुक व इंस्टाग्राम तथा टेली कॉलिंग के माध्यम से लोगों को EV चार्जिग स्टेशन हेतु निवेश कर ज्यादा मुनाफा अर्जित करने का लालच देकर करते थे ठगी।

 

  • पुलिस टीम द्वारा 8 मोबाइल, 8 सिम, एक लैपटॉप, 6 डेस्कटॉप कंप्यूटर तथा उपकरण आदि किये जप्त ।

 

इंदौर- शहर मे साइबर अपराधों, ऑनलाईन धोखाधडी एवं लोगो को अधिक लाभ अर्जित करने का लालच देकर फर्जी निवेश करा कर ठगी को रोकने के लिए प्रभावी कार्यवाही के निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिये गये है। उक्त निर्देशों के तारतम्य मे पुलिस उपायुक्त नगरीय जोन-3 श्री हंसराज सिंह एवं अति पुलिस उपायुक्त ज़ोन-3 श्री रामस्नेही मिश्रा के मार्गदर्शन मे सहायक पुलिस आयुक्त संयोगितागंज श्री तुषार सिंह द्वारा साइबर अपराधों पर प्रभावी कार्यवाही करने के लिए साइबर डेस्क का गठन कर सोशल मीडिया पर मॉनिटरिंग कर साइबर अपराधों एवं अवैधानिक गतिविधियों पर प्रभावी कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है। उक्त निर्देशों पर पुलिस थाना पलासिया टीम द्वारा प्रभावी कार्यवाही करते हुए सोशल मीडिया फेसबुक व इंस्टाग्राम तथा टेली कॉलिंग के माध्यम से लोगों को EV चार्जिग स्टेशन लगाने के नाम पर इन्वेस्टमेंट कराकर धोखाधड़ी करने वाली कंपनी का पर्दाफाश कर 01 आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।

 

 

तरीका-ए-वारदात :

पुलिस थाना पलासिया पुलिस टीम को सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ संदिग्ध व्यक्तियो द्वारा बी-202 अनमोल स्पेस वैकुंठधाम कालोनी इंदौर में DART-EV नाम से फर्जी कंपनी संचालित की जा रही है। कंपनी का प्रचार सोशल मीडिया के माध्यम से किया जा रहा है तथा उक्त ऑफिस में लड़के लड़कियों को टेली कॉलिंग के लिए नौकरी पर रखा गया है जिन्हे आरोपीगण द्वारा मोबाइल नंबर की सूची दी जाती है। और यह कर्मचारी मोबाइल फोन से कॉल करके इन्वेस्टमेंट के लिए प्रलोभन देते है। इनके द्वारा बताया जाता था कि कंपनी देशभर में EV चार्जिंग स्टेशन लगाती है। कंपनी में कम से कम 4600/- तथा अधिक से अधिक 50 लाख रुपए तक निवेश किए जाने का अलग-अलग स्लैब बताया जाता है। जिसके अनुसार सालाना 40% से 50% रिटर्न मासिक रूप से देने का वादा किया जाता था। निवेश की गई राशि का 18 महीने का लॉक-इन पीरियड बताया जाता था जिसके अनुसार 18 महीने तक धनराशि कंपनी में निवेशित रहेगी। इनके द्वारा निवेशकों को एक मोबाइल एप इंस्टॉल करवाई जाती थी जिसमें निवेश की गई धनराशि तथा प्राप्त लाभ आदि का उल्लेख होता था किंतु उक्त एप के माध्यम से धनराशि की निकासी की कोई सुविधा नहीं दी गई थी।

 

उक्त सूचना पर थाना पलासिया की साइबर डेस्क टीम द्वारा ग्राहक बनकर इनसे इंस्टाग्राम के माध्यम से संपर्क किया गया, जिस पर इनके द्वारा मोबाइल फोन से पुलिस टीम से संपर्क किया। पुलिस टीम द्वारा तकनीकी जानकारी निकलकर आरोपीगण का कार्यस्थल ज्ञात किया गया वह संपूर्ण कार्रवाई की गई। अभी तक की विवेचना में उक्त आरोपीगण द्वारा देश के अलग-अलग हिस्सों से निवेश प्राप्त करना स्वीकार किया है। आरोपीगण द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक तथा इंस्टाग्राम के माध्यम से कंपनी का प्रचार किया जाता था जिस से भी लोग इनसे निवेश हेतु संपर्क करते थे।

 

बैंक खाते की जानकारी प्राप्त कर कुल निवेश राशि का पता लगाया जा रहा है। आरोपी द्वारा अन्य बैंक खाता संचालित किया जा रहे हैं जिसकी भी जानकारी निकाली जा रही है। निवेशकों द्वारा 1930 पर इनके विरुद्ध की गई शिकायतों की भी जानकारी प्राप्त की जा रही है।

 

आरोपी :- 1. सिद्धार्थ  मालवीय निवासी लक्ष्मण पुरी कॉलोनी इंदौर को गिरफ्तार किया गया है तथा दूसरा साथी 2. उमेश शाही है जो अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

 

जप्त सामग्री :- 8 मोबाइल फोन सिम सहित, 8 सिम, एक लैपटॉप 6 डेस्कटॉप कंप्यूटर तथा उपकरण ।

 

उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी पलासिया श्री मनीष मिश्र, उप निरीक्षक राजकुमार पवार, प्रधान आरक्षक संदीप राठौर, आरक्षक वैभव बाविस्कर की उल्लेखनीय भूमिका रही ।

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