• प्रकरण में देश के विभिन्न राज्यों से पूर्व के 11 आरोपी सहित अभी तक कुल 13 आरोपी हो चुके है गिरफ्तार।

 

  • महिला फरियादिया के साथ 01 करोड़ 60 लाख रू की हुई ऑनलाइन ठगी।

 

  • महिला फरियादी से ठगी गई राशि में से 25 लाख रुपए आरोपी के बैंक खाते में हुए थे ट्रांसफर

 

  • आरोपी के खाते से महिला फरियादी के अलावा कुल 1 करोड़ 66 लाख रूपये के हुए थे फ्रॉड ट्रांजैक्शन।

 

  • आरोपी गैंग के द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में डिजिटल अरेस्ट की वारदातों को दिया था अंजाम।

 

  • डिजिटल अरेस्ट के एक ही प्रकरण में देश के अलग–अलग राज्यों से लगातार निकल रहे कनेक्शन।

 

  • क्राईम ब्रांच इंदौर के द्वारा ऑनलाइन ठग गैंग के विरूद्ध कार्यवाही हेतु स्पेशल टीम का गठन कर, लगातार की जा रही है कार्यवाही।

 

  • इंदौर पुलिस द्वारा आरोपीयो का रिमांड प्राप्त कर की जा रही है विस्तृत पूछताछ, जिसमें कई खुलासे होने की है सम्भावना।

 

 

इंदौर कमिश्नरेट में लोगों से छलकपट कर अवैध लाभ अर्जित करते हुये ऑनलाइन ठगी करने वाले की पहचान कर विधिसंगत कार्यवाही करते हुये उनकी धरपकड़ करने हेतु प्रभावी कार्यवाही के निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए हैं। उक्त निर्देशों के अनुक्रम में ऑनलाइन ठगी की शिकायतों में क्राइम ब्रांच इंदौर की स्पेशल टीम को लगाया गया था।

इसी अनुक्रम में इंदौर क्राइम ब्रांच द्वारा संचालित NCRP पोर्टल पर 59 वर्षीय महिला इंदौर निवासी फरियादिया ने शिकायत की थी कि उन्हें अज्ञात ठग गैंग के द्वारा स्काइप एवं व्हाट्सएप वीडियो कॉल कर अलग–अलग शासकीय विभाग(CBI,RBI, पुलिस आदि) का अधिकारी बताकर मनीलोंडरिंग केस में जेल जाने का डर बताकर, फरियादी की निजी एवं बैंकिंग जानकारी प्राप्त करते हुए, बैंक अकाउंट, FD , शेयर्स आदि के रुपयों की जांच करने के नाम से ऑनलाइन 1 करोड़ 60 लाख रुपए प्राप्त करके फरियादी के साथ ऑनलाइन ठगी की गई उक्त शिकायत में क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा अपराध  पंजीबद्ध करके सूरत (गुजरात) एवं मध्यप्रदेश के आरोपीगण (1). प्रतीक जरीवाला (2) अभिषेक जरीवाला, (3). चंद्रभान बंसल(4). राकेश कुमार बंसल,(5).विवेक रंजन उर्फ पिंटू गिरी (6). अल्ताफ कुरैशी  एवं बांग्लादेश , असम,  बंगाल के बॉर्डर पर स्थित कुच बेहर के आरोपी (7). अभिषेक चक्रवर्ती , (8) रोहन शाक्य  (9) आयुष राठौर  (10) निलेश गोरेले  (11)  अभिषेक त्रिपाठी को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था।

उक्त फर्जी डिजिटल अरेस्ट प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ एवं अन्य तकनीकी जानकारी के आधार पर उत्तर प्रदेश के आरोपी (12).मनोज कुमार  आरोपी (13). आगम साहनी को गिरफ्तार किया गया।

आरोपी मनोज से पूछताछ करते बताया कि श्रावस्ती उत्तर प्रदेश का निवासी है और होलसेल व्यापार करता है जिसने डिजिटल अरेस्ट गैंग के लिये अपने व्यापार का करेंट बैंक अकाउंट ठगी के लिए उपयोग करना बताया। आरोपी आगम साहनी से पूछताछ करते बताया कि लखनऊ उत्तर प्रदेश का निवासी है और ऑनलाइन ठग गैंग के संपर्क में होकर ठगी के लिए लोगों के बैंक खाते उपलब्ध कराने का कार्य करना बताया।

दोनों आरोपियों उत्तर प्रदेश के निवासी होकर ठग गैंग के कहने एवं गंग से कुल 3 लाख रुपए नगद कमीशन के प्राप्त करने के इरादे से सारे फ्रॉड ट्रांजैक्शन किए जिसमे महिला फरियादी के साथ ठगी गई राशि में से 25 लाख रुपए आरोपी मनोज के खाते में ट्रांजैक्शन होने के अलावा 1 करोड़ 66 लाख अन्य ठगी की राशि भी आई थी, और कमीशन के रूप में दिए गए तीन लाख रुपए ठग गैंग के द्वारा कैश देना स्वीकार किया है और सिमकार्ड तोड़कर फेक दी ताकि पुलिस आरोपियों पर शक न कर सके।

उक्त प्रकरण में आरोपियों द्वारा पूछताछ मे अंतराज्यीय ऑनलाइन ठग गैंग के सदस्य के रूप में कार्य करना स्वीकार किया है। क्राईम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड प्राप्त कर प्रकरण में पूछताछ व विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।

keyboard_arrow_up
Skip to content