लालबहादुर शास्त्री ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन में भी स्टूडेंट्स को  साइबर फ्रॉड के विभिन्न तरीकों की जानकारी के साथ ही दिया ये मूलमंत्र… “साइबर अपराधों से है अगर बचना- तो हमेशा जागरूक रहकर सतर्कता का ध्यान है रखना”।

 

इंदौर- वर्तमान में बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये, इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से, पुलिस कमिश्नर इंदौर के दिशा निर्देशन में इंदौर पुलिस द्वारा लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

 

इसी अनुक्रम में अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर श्री राजेश दंडोतिया ने टीम के साथ में एग्रीकल्चर प्रोडक्ट बनाने वाली Cordiceps Militaristic कंपनी में  पहुंचकर, वहां उपस्थित मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व झारखंड से आये करीब 270 एम्प्लॉयीज को विभिन्न प्रकार के साइबर फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड और सोशल मीडिया से संबंधित अपराधों की जानकारी दी और साइबर अपराध होने पर साइबर हेल्पलाइन-1930, पोर्टल cybercrime.gov.in, इंदौर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन 7049124445 आदि पर किस प्रकार शिकायत करें तथा पुलिस इन पर किस प्रकार कार्यवाही करती है और साइबर अपराधों से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखें आदि के संबंध में, प्रैक्टिकली समझाया।

 

इसी प्रकार एक अन्य कार्यक्रम में एडिशनल डीसीपी क्राइम ने लालबहादुर शास्त्री ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन में पहुँचकर करीब 150 स्टूडेंट्स से रूबरू होते हुए उन्हें विभिन्न सायबर अपराधों के तरीकों के साथ इनसे बचने के टिप्स भी देते हुए उन्हें बेहतर करियर के लिए मोटिवेट भी किया।

 

उन्होंने सभी से कहा कि वर्तमान में लगभग अधिकतर कार्य ऑनलाइन हो गया है, और इस दौरान हमार कोई छोटी सी लापरवाही का भी दुरुपयोग कर साइबर क्रिमिनल्स नए-नए विभिन्न तरीको से साइबर फ्रॉड कर रहे है।

 

इसलिए हम जागरूक और सतर्क रहकर पूरी सावधानी के साथ  ऑनलाइन फाइनेंशियल काम करें , लुभावने ऑफर वाले ट्रेडिंग व ऑनलाइन गेम से भी बचकर रहें तथा सोशल मीडिया पर भी ध्यान रखें और अपनी निजी जानकारी किसी से भी शेयर नहीं करें ।

 

इस दौरान पुलिस टीम ने हॉस्टल एवं स्कूल में सभी को साइबर अवेयरनेस के पम्पलेट्स व स्टिकर्स भी दिए और सभी को साइबर जागरूकता लाने में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया।

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