एलआईजी चौराहे पर भी चला इंदौर पुलिस का साइबर जनजागरूकता अभियान । DCP क्राइम ने साइबर वोलिएंटीएर्स के साथ पोस्टर्स, स्टिकर्स लगाने के साथ ही लोगों को पम्पलेट्स वितरित कर, किया उन्हें साइबर अपराधों के प्रति जागरूक ।
दृष्टि कोचिंग इंस्टिट्यूट के स्टूडेंट्स ने प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के साथ ही इंदौर पुलिस की साइबर पाठशाला में सीखीं, विभिन्न साइबर फ्रॉड व इनसे बचने की बारीकियां।
बालिकाओं को सृजन कार्यक्रम के उद्देश्य के तहत उनमें सुरक्षा व आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए सामाजिक जनजागरूकता के साथ ही साइबर अपराधों व नशे के दुष्परिणामों के प्रति भी किया जागरूक।
• कानून में नहीं है कुछ भी डिजिटल अरेस्ट जैसा, तो डरकर साइबर क्रिमिनल्स की किसी भी बातों में बिल्कुल न आएं……. तत्काल साइबर हेल्पलाईन 1930 पर कॉल लगाएं।
“शेयर मार्केट ट्रेंडिंग के ऑनलाइन फ्रॉड” में, क्राईम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा कराए, आवेदक के 5,56,365/– रुपए रिफंड।
इंदौर पुलिस द्वारा ‘सृजन’’ कार्यक्रम के तहत लसू़िड़या क्षेत्र के सृजन विद्यालय में भी लगाया गया “उर्जा बॉक्स”।
• अवैध मादक पदार्थ MD ड्रग्स तस्करों को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले क्राइम ब्रांच के 11 पुलिसकर्मियों सहित बेहतर पुलिसिंग करने वाले कुल 15 पुलिसकर्मी हुए सम्मानित।
इंदौर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा ‘सृजन’’ कार्यक्रम के तहत राजेन्द्र नगर क्षेत्र के सृजन विद्यालय में पहुंच, की गयी एक नई पहल की शुरूआत।