👉अपराधों व कार्यों की समीक्षा कर, और बेहतर कार्यवाही हेतु दिए आवश्यक दिशा-निर्देश।
👉चाइनीज व प्रतिबंधित मांझे के विरूद्व जागरूता कार्यक्रमों के साथ ही प्रभावी व सख्त कार्यवाही के दिए निर्देश।
👉पुलिस के साथ नागरिकों का आपसी समन्वय और जनसहभागिता बढ़ाने हेतु सामुदायिक पुलिसिंग को और व्यापक करने की बात पर दिया जोर।
इंदौर – शहर में अपराधों पर नियंत्रण हेतु पुलिस की कार्यप्रणाली को बेहतर करने तथा उसमें और कसावट लाने के उद्देश्य से पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा इंदौर नगरीय क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों व थाना प्रभारियों के साथ एक कार्य समीक्षा बैठक का आयोजन आज दिनांक 13.12.25 को कार्यालय के सभागार में किया गया
उक्त बैठक में अति पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) इंदौर श्री अमित सिंह, अति पुलिस आयुक्त (अपराध/मुख्यालय) इंदौर श्री आर. के. सिंह सहित नगरीय क्षेत्र के सभी पुलिस उपायुक्तगण, अति. पुलिस उपायुक्तगण, सभी सहायक पुलिस आयुक्तगण एवं सभी थाना प्रभारीगण उपस्थित रहें।
उक्त बैठक के दौरान पुलिस कमिश्नर इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह ने विगत समय में पुलिस द्वारा की गई कार्यवाहियों की ज़ोन वाइज समीक्षा की । जिसमे इस वर्ष के अभी तक के अपराधों की समीक्षा कर, गंभीर अपराधों, माइनर अपराध, प्रतिबंधात्मक कार्यवाही, विवेचना में तकनीक के उपयोग व कार्यवाही, पुलिस न्यायालयों की कार्यवाही सहित यातायात व्यवस्था व प्रबंधन, चेंकिंग व ड्रोन पेट्रोलिंग एवं सामुदायिक पुलिसिंग के तहत की जा रही कार्यवाही आदि पर चर्चा की गई।
बैठक के दौरान पुलिस कमिश्नर ने ‘‘हमें रिएक्टिव नहीं, प्रिवेंटिव पुलिसिंग करनी है’’ ये संदेश देते हुए शहर में बेहतर पुलिस व्यवस्था व कार्यवाही के लिए सभी को निम्न निर्देश दिए-
¶ पुलिस की कार्यवाही में और कसावट लाने के लिए थाना क्षेत्रों के बीट और माइक्रो बीट सिस्टम को सक्रिय कर, कार्यों की समीक्षा व सतत निगरानी की जावें।
¶ बीट/माइक्रो बीट व डायल-112 में लगाए पुलिस कर्मियों की जिम्मेदारी तय कर, लगातार मॉनिटरिंग की जावें ।
¶ बदमाशों, असामाजिक तत्वों व आदतन अपराधियों के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही और बाउंड ओवर की कार्यवाही निरंतर रूप से की जाए।
¶ चाइनीज व प्रतिबंधित मांझे के विरूद्व प्रभावी व सख्त कार्यवाही के साथ जागरूता कार्यक्रमों को भी जारी रखा जावें।
¶ पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत विभिन्न न्यायालयों के कार्याे की लगातार मॉनिटरिंग की जावे और कार्यप्रणाली को और बेहतर किया जाए।
¶ थानों के कार्याे की समीक्षा हेतु, डीसीपी व एडीशनल डीसीपी लगातार अपने क्षेत्रों के थानों का निरीक्षण करें व कार्यप्रणाली को और बेहतर करवाएं।
¶ लंबित व गंभीर प्रकरणों के निराकरण हेतु विशेष प्रयास कर, प्राथमिकता के साथ कार्यवाही की जाए और इनकी लगातार समीक्षा वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जावें।
¶ थानों/कार्यालयों में अपनी समस्याएं व शिकायत लेकर आने वाले आवेदकों की बात संवेदनशीलता के साथ सुनी जाए और त्वरित निराकरण हेतु प्रयसा किये जाए साथ ही सीएम हेल्पलाईन व जनसुनवाई में प्राप्त शिकायतों का भी त्वरित निराकरण किया जाए।
¶ शहर में आपराधिक व असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर निगरानी हेतु रात्रि में प्रभावी चौकिंग के लिए थाना प्रभारी भी उपस्थित रहकर कार्यवाही करें व वरिष्ठ अधिकारीगण भी समय समय पर इसकी मॉनिटरिंग व ब्रीफिंग करें, ये भी निर्देशित किया।
¶ क्षेत्र में ड्रोन पेट्रोलिंग कर, असामाजिक तत्वों व बदमाशों के हॉट स्पॉट व शैडो एरिया पर की जा रही निगरानी व चेंकिंग निरंतर जारी रखी जाएं व इसे और प्रभावी बनाया जाए।
¶ अपराधों के अनुसंधान में सीसीटीएनएस के अंतर्गत की जाने वाली कार्यवाही ई-साक्ष्य, ई-विवेचना, ई-समंस/वारंट आदि को और बेहतर करने के लिए दिए आवश्यक दिशा निर्देश।
¶ सुरक्षित यातायात हेतु जागरूकता कार्यक्रमो के साथ नियम तोड़ने वाले चालकों के विरुद्ध सख्ती से कार्यवाही की जावें।
साथ ही सामुदायिक पुलिसिंग के तहत आमजन की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से मोहल्ला समितियों के साथ समय-समय पर बैठकें आयोजित कर उनकी समस्याओं व सुझावों पर कार्यवाही करने पर भी जोर दिया।





