• महिलाओं के अधिकारों व उनके विरुद्ध होने वाले शोषण व हिंसा की रोकथाम में, समाज की भी सहभागिता हेतु मिलजुलकर हरसंभव प्रयास करने का लिया संकल्प।

 

इंदौर- दिनांक 02 दिसंबर 2024- महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तिकरण और लैंगिक असमानता को खत्म करने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश शासन के निर्देशानुसार 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक “हम होंगे कामयाब पखवाड़ा” चलाया जा रहा है। जिसके तहत जिला प्रशासन व इंदौर  पुलिस द्वारा विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

इसी कड़ी में आज दिनांक 09 दिसंबर 2024 को जेंडर आधारित हिंसा उन्मूलन के प्रति सामाजिक जन चेतना लाने के लिए, महिला सुरक्षा संबंधित विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन पुलिस कमिश्नर कार्यालय के सभागार में किया गया।

 

उक्त कार्यशाला में पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह की विशेष उपस्थिति में, अति. पुलिस आयुक्त (का./व्य.) श्री अमित सिंह, अति. पुलिस आयुक्त (अप./मुख्या.) श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव, डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम ऑफिसर व महिला व बाल विकास अधिकारी इंदौर श्री रामनिवास बुधौलिया, अति. पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) श्रीमती सीमा अलावा, अति. पुलिस उपायुक्त (क्राइम) श्री राजेश दंडोतिया, अति. पुलिस उपायुक्त (महिला सुरक्षा/अजाक) श्रीमती प्रियंका डुडवे, सहायक पुलिस आयुक्त (महिला सुरक्षा/अजाक) श्रीमती सोनू डाबर, एडीपीओ नगरीय इंदौर श्री शिवभान सिंह, प्रभारी वन स्टॉप सेंटर श्रीमती वंचना सिंह, सामाजिक संस्था आरंभ व संस्था चैतन्य wise के पदाधिकारियों सहित महिला एवं  बाल विकास विभाग इंदौर के अधिकारी व इंदौर पुलिस के सभी थानों की ऊर्जा डेस्क प्रभारी व महिला व पुलिसकर्मी ने सम्मिलित होकर, महिला अधिकारों व उनकी सुरक्षा सम्बंधित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की।

 

कार्यशाला में हम होंगें कामयाब पखवाड़ा  अभियान के बारें में जानकारी देते हुए श्री रामनिवास बुधौलिया ने बताया कि 25 नवंबर से शुरू हुए इस अभियान के तहत जेंडर आधारित हिंसा उन्मूलन के प्रति सामाजिक जनजागरूकता के लिए, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं इंदौर पुलिस द्वारा अभी तक करीब 100 से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित किए गए है।

 

इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह ने कहा कि, महिला सुरक्षा व जेंडर आधारित हिंसा उन्मूलन की जिम्मेदारी महिलाओं के साथ ही पुरुषों की ज्यादा है, और समाज में महिलाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण हेतु पुरुषों की सहभागिता बढ़ानी है, इसके लिए हम सभी को सकारात्मक दिशा में प्रयास कर, जनजागृति लानी है, यही हम होंगे कामयाब अभियान का उद्देश्य है।

उन्होंने विगत दिनों में पुलिस व प्रशासन के विभागों द्वारा किये कार्यो के संबंध में बताते हुए स्कूल/कॉलेज, कालोनियों/बस्तियों व शहर के प्रमुख स्थानों पर जाकर महिला सुरक्षा व जेंडर आधारित हिंसा पर संवाद कार्यक्रम, वेबिनार, जनजागरूकता रैली, बाल विवाह निषेध हेतु संवाद व शपथ, घरेलू हिंसा, pocso एक्ट, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न अधिनियम posh act आदि के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से समाज के हर वर्ग व तबके के बीच पहुच इस संबंध में जन जागृति के लिए जो प्रयास किये गए  इसके लिए पूरी टीम की सराहना भी की।

 

उन्होंने कहा कि पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए जनजागरूकता के साथ ही शहर में महिला अपराधों के हॉट स्पॉट चिन्हित कर कार्यवाही की कार्ययोजना के बारें में भी बताया। तथा महिलाओं के विरुद्ध आपराधिक गतिविधियों पर पुलिस कठोर कार्यवाही कर रही हैं और उन्होंने ये संदेश भी दिया कि जो भी इन अपराधों में संलिप्त होगा उसके विरुद्ध कानून के हर प्रावधान के तहत कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी ।

साथ ही उन्होंने वर्तमान के बढ़ते सायबर अपराधों पर भी कहा कि आप सब भी इसके प्रति जागरूक रहिए और अपने परिजनों, आम नागरिकों को भी इसके संबंध में जानकारियां देकर जन जागृति लाने का प्रयास कीजिये। इन अपराधों की रोकथाम के सबसे बड़ा हथियार सतर्कता व जागरूकता ही है।

 

कार्यशाला में एडिशनल डीसीपी श्रीमती सीमा अलावा ने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न हेतु प्रावधानों के संबंध में। एडिशनल डीसीपी श्री राजेश दंडोतिया ने साइबर अपराधों व महिला सुरक्षा, एडिशनल डीसीपी श्रीमती प्रियंका डुडवे ने She Box के संबंध में। वन स्टॉप सेंटर प्रभारी श्रीमती वंचना सिंह ने महिलाओं व पारिवारिक प्रकरणों में वन स्टॉप सेंटर की कार्यप्रणाली व भूमिका के संबंध में। एडीपीओ श्री शिवभान सिंह द्वारा घरेलू हिंसा के संबंध में, इस प्रकार सभी अतिथि व्याख्याताओं ने उपरोक्त के संबंध में विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की।

 

कार्यक्रम का सफल संचालन एडिशनल डीसीपी श्रीमती सीमा अलावा द्वारा किया गया तथा अंत मे सभी का आभार एसीपी सोनू डाबर द्वारा व्यक्त किया गया।

 

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