• सतर्क रहें- सुरक्षित रहें ।”

 

  • मोबाइल पर APK फाइल करवाते है डाउनलोड, वेबसाइट पर फर्जी प्रॉफिट होने का देते हैं झांसा।

 इंदौर। वर्तमान में क्राईम ब्रांच इंदौर में लगातार शिकायते प्राप्त हो रही है जिसमे आवेदकों को टेलीग्राम ऐप पर बनाए गए फर्जी hibox के नाम से कई ग्रुप संचालित किए जा रहे, टेलीग्राम ग्रुप आवेदकों को जोड़कर लिंक या apk फाईल के माध्यम से सॉफ्टवेयर इंस्टाल करवाते हुए या वेबसाईट के माध्यम से लोगो को लुभावने ऑफर्स एवं प्रॉफिट/कमीशन शो किया जाता है। साथ ही टेलीग्राम ग्रुप पर फर्जी प्रॉफिट भी दिखाएं जाते है। जिसको देखकर लोग जल्दी पैसे कमाने के लालच में आकर ऐप या वेबपेज में टास्क करने के लिए इन्वेस्टमेंट के रूप में पैसे ऐड करते है और दिखाए गए (टास्क) बॉक्स को निर्धारित प्राइस पर खरीदते है और तत्काल उसी वेबसाईट में अच्छे मुनाफे के लालच में आकर बेच देते है, खरीदी–बिक्री के बीच हुआ अच्छा प्रॉफिट का 1% व्यक्ति को प्राप्त होने का वादा किया जाता है।

 

(जैसे – 5 हजार का बॉक्स 8 हजार में  बेचकर 3 हजार का प्रॉफिट हुआ तो प्रॉफिट का 1% , 30 रुपए व्यक्ति ने कमाए।)

 

आवेदकों के छोटे इन्वेस्टमेंट में कमाए गए रूपयो को ठग गैंग शुरू में देती है उसके बाद जब बडा अमाउंट व्यक्ति इन्वेस्ट करता है तो फर्जी ऐप में प्रॉफिट तो शो तो होता है पर व्यक्ति  पैसे नही निकाल पाता और ऑनलाइन ठगी का शिकार हो जाता है।

 

वर्तमान में क्राईम ब्रांच इंदौर में ऐसी कुल 11 शिकायते प्राप्त हुई है जिसमे आवेदकों के 10 लाख 17 हजार रूपयो की ठगी हुई है। उक्त शिकायतों में क्राईम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा संबंधित बैंक खाते फ्रीज किए जाकर कार्यवाही की जा रही है।

 

” साइबर एडवाइजरी ”

 

◆ Hi–box नाम के टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन न करें।

 

◆ किसी भी सोशल मीडिया ग्रुप में हाइबॉक्स में इन्वेस्टमेंट कर मुनाफा कमाने वाले लुभावने मैसेज एवं प्रॉफिट के स्क्रीनशॉट पर जल्दबाजी में भरोसा न करें।

 

◆ किसी भी प्रकार के इन्वेस्टमेंट के पहले संबंधित कंपनी/संस्था की विश्वसनीयता की जांच अवश्य करें।

 

◆ Telegram ग्रुप पर प्राप्त लिंक एवं apk. File डाउनलोड न करें।

 

◆ किसी भी वेबसाईट/वेबपेज में अपनी निजी एवं बैंकिंग जानकारी साझा न करें।

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