• आरोपियों के कब्जे से चोरी गये चाँदी के बर्तन व सिक्के, 04,02,000/- रूपये नगदी, चोरी गये कपड़े एवं घटना मे प्रयुक्त 02 मोटर साईकल बरामद।

 

  • आरोपियों ने फेक्ट्री मालिक से अपनी पुरानी रंजिश को लेकर दिया था घटना को अंजाम।

 

  • आरोपी लगभग एक माह पूर्व से ही घटना को अंजाम देने की फिराक मे थे, मौका लगते ही दिया वारदात को अंजाम।

 

  • आरोपियों की तलाश के लिये पुलिस ने 15 कि.मी. मे लगे लगभग 250 सी.सी.टी.व्ही. कैमरे खंगाले।

 

  • आरोपी शातिर बदमाश है, पुलिस से बचने के लिये लगातार बदल रहे थे अपनी लोकेशन।

 

इंदौर शहर मे अपराधों पर नियंत्रण हेतु चोरी, लूट, डकैती आदि संपत्ति संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने एवं तत्काल विधिसम्मत कार्यवाही करने हेतु वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निर्देशित किया गया है। उक्त निर्देशों के तारतम्य में कार्यवाही करते हुए पुलिस थाना हीरानगर द्वारा रेडीमेड़ कॉम्पलेक्स स्थित फैक्ट्री का ताला तोड़कर नगदी एवं अन्य सामग्री चुराने वाले 05 बदमाशो को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।

 

पुलिस थाना हीरा नगर पर दिनांक 19/05/2024 को फरियादी उमेश पिता स्व. सुंदर दास डेमला नि. 11 मॉडल टाउन कॉलोनी केशरबाग रोड़ जिला इंदौर के द्वारा उसकी रेड़ीमेट कॉम्पलेक्स पर बी.जी.डी. गारमेंट्स के नाम से स्थित फेक्ट्री पर शटर का ताला तोड़कर अलमारी मे रखे हुये लगभग 05-06 लाख रूपये कोई अज्ञात बदमाश चुराकर ले गया है, कि रिपोर्ट की थी। जिस पर से थाना हीरानगर पर अपराध धारा 457, 380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया।

 

घटना की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पुलिस उपायुक्त ज़ोन-03 नगरीय इंदौर श्री पंकज पाण्डे एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ज़ोन-03 श्री रामस्नेही मिश्रा के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस आयुक्त हीरा नगर श्री धैर्यशील येवले व थाना प्रभारी हीरानगर द्वारा थाना हीरानगर व सायबर सेल की अलग-अलग 03 टीमो का गठन किया गया। पुलिस की अलग – अलग टीमों ने जाकर घटना स्थल एवं आस-पास के सी.सी.टी.व्ही. फुटेज चेक किये तथा फुटेज मे दिखाई दे रहे संदेहियों का रूट ट्रैक करते हुए लगभग 250 कैमरे चेक किये गये एवं संदेहियों की पहचान की गयी। आरोपियों के संबंध मे जानकारी प्राप्त होते ही आरोपियों  को ट्रेस किया गया।

 

आरोपियों ने घटना कारित करने के बाद पुलिस से बचने के लिये रात मे ही इंदौर छोड़ दिया था एवं चोरी करके सीधे उज्जैन निकल गये जहां सूनसान जगह पर चोरी किये गये पैसो का बटवारा किया। घटना का मास्टर माईंड आदित्य ने साथी चारो आरोपियों को नासिक, पूणे, बाम्बे और गोवा घूमने का बोलकर फरार कर दिया। फरार सभी आरोपी पुलिस से बचने के लिये लगातार अपनी लोकेशन बदलते रहे। हीरानगर पुलिस की 03 टीमो मे से एक टीम फरार आरोपियों की लोकेशन के पीछे लग गयी, दूसरी टीम ने आदित्य की तलाश की एवं तीसरी टीम विवेचना मे आरोपियो के विरूद्ध साक्ष्य एकत्रित किया। तीनो टीमो ने मिलकर आरोपियों – (1)आदित्य उर्फ आदी ठाकुर, (2) अमित उर्फ अम्मू अहिरवार, (3) आकाश  गेहलोद, (4) रावसाब उर्फ मनीष  सिंह यादव,  (5) यश रावत को पकड़ा गया। आरोपियों से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ कर आरोपियों के कब्जे से चोरी गये चाँदी के बर्तन व सिक्के, 04,02,000/- रूपये नगदी, चोरी गये कपड़े एवं घटना मे प्रयुक्त 02 मोटर साईकल को  बरामद। किया गया है। आरोपियो से उक्त घटना के अतरिक्त अन्य घटनाओ के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है, जिससे अन्य घटनाओ के संबंध में भी खुलासा होने की संभावना है।

 

उल्लेखित आरोपियों मे आदित्य उर्फ आदी  ठाकुर पूर्व मे फैक्ट्री मालिक की कंपनी मे कार्य करता था, किन्तु कुछ समय पूर्व ही फैक्ट्री मालिक से घटना कारित करने वाले मुख्य आरोपी आदित्य की छोटी सी बात को लेकर विवाद हो गया था तब फैक्ट्री मालिक ने आदित्य को नौकरी से निकाल दिया था, इसी बात का बदला लेने के लिये आदित्य ने अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।

पुलिस द्वारा आरोपियो को गिरफ्तार किया जाकर विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।  आरोपियों से चोरी की अन्य घटनाओं के संबंध में भी विस्तृत पूछताछ की जा रही है, जिसमें अन्य घटनाओ के भी खुलासा होने की संभावना है।

 

उक्त सम्पूर्ण कार्यवाही मे थाना प्रभारी हीरानगर निरी. पी.एल. शर्मा, उनि. शिवराज सिंह, सउनि. सत्यनारायण पटेल, आर. राघवेन्द्र, आर. जगदीश, आर. रवीशंकर, आर. विश्वरतन परिहार, आर. जितेन्द्र, आर. विजय सिंह की सराहनीय भूमिका रही है।

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