- घर का नौकर ही निकला चोर, एक महीने पहले ही लगा था फरियादी के घर नौकरी पर।
- नौकर और उसके राजस्थान के चार साथियों सहित कुल 05 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में।
- चोरी किये गये आभूषणों को रतलाम में दलाल के माध्यम से बेचने की फिराक में थे आरोपी, कि पुलिस ने धरदबोचा।
- आरोपियों से चोरी किये गये करीब 40 लाख के सोने व हीरे के आभूषण सहित घटना में प्रयुक्त कार भी की बरामद।
- नौकर द्वारा ही रची गई थी घटना की पूरी साजिश, उसके बुलाये जाने पर ही राजस्थान से आये थे शेष 4 नकबजन साथी।
इंदौर शहर मे चोरी, नकबजनी, लूट/डकैती आदि के अपराधों पर अंकुश लगाने तथा इनमें संलिप्त बदमाशों की धरपकड़ हेतु प्रभावी कार्यवाही के निर्देश, पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री राकेश गुमा एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री अमित सिंह द्वारा इंदौर पुलिस को दिए गए हैं। उक्त निर्देशों के अनुक्रम में कार्यवाही करते हुए पुलिस थाना विजय नगर द्वारा लाखों रुपए की नकबजनी की बड़ी वारदात का 24 घंटे में खुलासा कर आरोपियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है
दिनांक 19/03/2024 को फरियादी हर्ष कौल पिता श्री औंकार प्रसाद कौल निवासी एफ.एच. 172 स्कीम नं. 54 विजय नगर इंदौर ने थाना विजय नगर पर आकर रिपोर्ट किया कि दिनांक 18/03/2024 को अपनी 70 वर्षीय माँ एवं नौकर दौलतराम को घर पर छोड़कर अपनी पत्नि स्वाति के साथ निजी कार्य से गुजरात गये थे। जहाँ फरियादी को सूचना प्राप्त हुई कि दिनांक 18/03/2024 एवं 19/03/2024 की दरमियानी रात में अज्ञात चोरों के द्वारा घर में लगे सीसीटीव्ही कैमरों को तोडकर घर में अन्दर घुसकर लकड़ी की अलमारी में रखे लॉकर को उखाड़कर उसमें रखे सोने चाँदी एंव डायमण्ड के जेवरात एवं पैसों को लॉकर सहित चुराकर ले गये है। फरियादी की रिपोर्ट पर थाना विजय नगर में अपराध धारा 457.380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
उक्त घटना को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में पुलिस उपायुक्त जोन 02 श्री अभिनय विश्वकर्मा द्वारा अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोन- 02 श्री अमरेन्द्र सिंह तथा सहायक पुलिस आयुक्त विजय नगर इंदौर श्रीकृष्ण लालचंदानी के दिशा निर्देशों में थाना प्रभारी विजय नगर सी.बी. सिंह को टीम बनाकर तत्परता से नकबजनी का खुलासा करने के निर्देश दिये गये।
पुलिस टीम द्वारा काफी तत्परता एवं सक्रियता से कार्य करते हुए फरियादी के घर के आसपास के घरों में लगे सीसीटीव्ही कैमरों के फुटेज प्राप्त किये तथा घर में नौकर के बारे में जानकारी उठाते नौकर दौलतराम भी घटना के बाद से फरार मिला और उसका मोबाईल भी बंद पाया। प्रथम दृष्टया नौकर शंका के घेरे में आ गया फिर इस बात की भी पुष्टि हुई कि घर के दरवाजे अंदर से लगे थे किसी भी दरबाजे के नकूचे और चिटकनिया टूटे हुए नहीं पाये गये तथा घर में अलमारियाँ थी वो भी चाबी से खुली हुई पाई गई। इन बातों से नौकर का घटना में शामिल होने की पुष्टि को और बल मिला।
नौकर दौलतराम की जानकारी निकलते पता चला कि, राजस्थान के शंकर द्वारा इंदौर में घरेलू नौकर सप्लाई की ऐजेंसी चलाई जा रही थी जिसके माध्यम से ही आरोपी दौलतराम को फरियादी के घर पर घरेलू नौकर के तौर पर रखा गया था। ऐजेंसी संचालक शंकर से आरोपी दौलतराम के घर का पता ज्ञात कर तत्काल विजय नगर थाने की टीम को उदयपुर के आगे जिला सलंबुर राजस्थान रवाना किया गया। टीम आरोपी का पता लगाते हुए उसके घर ग्राम लोधा जिला सलंबुर राजस्थान पहुँची, तो नौकर दौतलराम पीछे की दीवार कूदकर भागा, जिसे टीम के द्वारा काफी पीछा कर व मुश्किल से घेराबन्दी कर पकड़ा। आरोपी से पूछताछ करने उसने पुलिस को बरगलाना चाहा, लेकिन पुलिस की हिकमत अमली के आगे उसकी नही चली।
आरोपी नौकर दौलतराम ने बताया कि वह गाडियों में लकडी चढाने की हम्माली करता था और लेकिन ज्यादा पैसा नहीं मिलता और मेहनत बनती नहीं थी तो गाँव के पास के शंकर जो कि इंदौर में घरेलू नौकर की ऐजेंसी चलाता है से सम्पर्क किया और उसके बुलाने पर इंदौर चला गया जहाँ माह फरवरी में उसने स्कीम नं. 54 में मालिक हर्ष कौल के घर पर घरेलू नौकर के तौर पर नौकरी पर लगवा दिया। नौकर के काम के दौरान उसने देख लिया कि मालिक हर्ष कौल की पत्नि अपने सोने चाँदी एंव डायमण्ड के जेवर लकड़ी की अलमारी में लॉकर के अन्दर रखती है तथा अलमारी की चाबी कहाँ रखती है। आभूषण देखर नौकर दौलतराम के मन में लालच आ गया। इसी दौरान उसे मालिक हर्ष कौल की बातों से पता चला कि, वो दिनांक 18/03/2024 को अपनी पत्नि स्वाति के साथ गुजरात जा रहे हैं। उसके बाद मैंने प्लान किया व मेरे गाँव के व आसपास के गाँव के रहने वाले मेरे दोस्त गोपाल, शंकर, अंकेश, कमलेश जो मेरे साथ ही हम्माली करते थे, उनसे सम्पर्क कर उनको मालिक हर्ष कौल के घर चोरी करने व मोटा माल मिलने की पूरी प्लानिंग बताई, जिस पर ये मेरे चारों दोस्त गाँव राजस्थान से कार से इंदौर आ गये फिर रात को करीब 02.30 बजे मेरे द्वारा फोन पर सूचना देने पर ये मालिक हर्ष कौल के घर स्कीम नं. 54 में आ गये फिर मैंने नीचे की मंजिल पर जाकर दरबाजा खोल दिया घर में मालिक हर्ष कौल की माँ अकेली थी जिसका फायदा उठाकर घर में चाबी से मैंने अलमारियाँ खोल दी लेकिन जिस लॉकर में जेबरात रखे थे उस पर नम्बर वाला लॉक लगा था जिससे वह नहीं खुल पाया तो हम लोगों ने पूरा लॉकर ही उखाड़ लिया और लॉकर व अन्य सामान को मेरे चारों दोस्त लेकर चले गये।
नौकर दौतलराम अगले दिन सुबह मालिक हर्ष कौल को बिना बताये अपने घर राजस्थान निकल गया। और उसने साथियों से सम्पर्क किया तो उन्होने बताया कि हम दलाल के माध्यम से रतलाम में चोरी के माल को गलाने आये है यहाँ पर सोने व हीरे के जेबरातों सही कीमत मिल जायेगी।
पुलिस टीम के द्वारा दौलतराम निवासी जिला सलंबुर राजस्थान को पकड़कर तत्काल सलंबुर राजस्थान से रतलाम के लिये रवाना हुई जहाँ पर टीम के द्वारा लगातार दौलतराम के साथियों की जानकारी ज्ञात कर घटना में इस्तेमाल की गई कार की तलाश करते उपरोक्त कार को रतलाम रेल्वे स्टेशन के पास एक जगह खड़ी पाया गया। टीम के द्वारा तत्काल कार की घेराबन्दी की गई तो कार में बैठे चारों लोगों ने कार के गेट खोलकर भागने का प्रयास किया जिन्हें टीम द्वारा मौके पर ही दबोच लिया गया। उक्त कार की तलाशी लेने पर उसमे सोने-चाँदी व हीरे के जेबरात (रकमें) से भरा बैग, जिसमे फरियादी द्वारा रिपोर्ट में लिखाई गई सारी रकमें रखी पाई गई।
आरोपियों से नाम पता पूछने पर अपना नाम 1. कमलेश कीर निवासी जिला सलंबुर राजस्थान, 2. गोपाल कीर निवासी सदर, 3. शंकर निवासी सदर, 4. अंकेश कीर निवासी ग्राम जिला सलंबुर राजस्थान का होना बताया जिन्हें टीम के द्वारा हिरासत में लिया गया।
पकड़े गए चारो आरोपियों ने बताया कि उनको चोरी की वारदात करने के लिये दौलतराम ने इंदौर बुलाया था दौलतराम ने ही घर में आने-जाने एवं अलमारी में रखे लॉकर को कैसे निकालना है की जानकारी दी थी। जिससे हम चारों उदयपुर राजस्थान किराये पर कार लेकर चोरी करने इंदौर आये थे और चोरी कर वापस उसी कार से चले गये थे। बाद हम चारों लोग रतलाम रेल्वे स्टेशन के पास कार में बैठकर चोरी का माल बिकवाने के लिये दलाल का इंतजार कर रहे थे, कि पुलिस ने पकड़ लिया।
पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से चोरी गए सोने चांदी व हीरे के जेवरात सहित कुल मश्रुका कीमती करीब 40 लाख रुपये बरामद किया है तथा घटना में प्रयुक्त कार भी जप्त की गई है।
इस प्रकार टीम के द्वारा थाना प्रभारी विजय नगर सी.बी. सिंह के मार्गदर्शन में मेहनत एव सक्रिय भूमिका निभाते हुये चोरी की बड़ी घटना का 24 घण्टे के अंदर खुलासा कर एक बड़ी सफलता हासिल की है जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उचित इनाम देने घोषण की गई है।
उक्त सराहनीय कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी विजय नगर सी.बी. सिंह एवं उनकी टीम के उनि. अनिल गौतम, सउनि राजबीर सिंह मावई, सउनि कुलदीप सिंह भदौरिया, प्र.आर.प्रमोद शर्मा, प्र.आर. मुकेश जादौन, आर. प्रमोद गिल, आर. राधेश्याम, आर. योगेन्द्र सिंह गुर्जर सायबर टीम के आर. प्रवीण सिंह चैहान व आर. विजय चदाना की महत्वपूर्ण एवं अहम भूमिका रही