- ✓ शेयर मार्केट में मुनाफे के नाम से फरियादी से ठगे थे 03 करोड़ 08 लाख 36 हजार 293 रुपए ।
- ✓आरोपी कमीशन के लालच में आकर जुड़े थे ठग गैंग से।
- ✓ठग द्वारा फरियादी को वेबसाइट पर शेयर मार्केट का फर्जी प्रॉफिट बताकर की ठगी।
- ✓फरियादी द्वारा फर्जी वेब में दिखाई गए प्रॉफिट अमाउंट को आहरित करने के समय ठग द्वारा अलग–अलग तरह के झूठ बोलकर करते रहे गुमराह।
- ✓आवेदक की शिकायत में संबंधित सभी बैंक खातों को कराया गया फ्रिज।
इंदौर कमिश्नरेट में लोगों से छलकपट कर अवैध लाभ अर्जित करते हुये आर्थिक ठगी करने वाले एवं सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर आपत्तिजनक पोस्ट व हैकिंग करने वाले अपराधियों की पहचान कर विधिसंगत कार्यवाही करते हुये उनकी धरपकड़ करने हेतु वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में प्रभावी कार्यवाही लगातार की जा रही है।
इसी अनुक्रम में क्राईम ब्रांच कार्यालय में इंदौर के डॉक्टर फरियादी के द्वारा शिकायत की गई थी जिसमें उन्होंने बताया कि व्हाट्सअप कॉल के माध्यम से अज्ञात महिला मेरे संपर्क में आई जिसने मुझे एक ऑनलाइन ट्रेडिंग पोर्टल WEBULL के बारे में बताया तथा 8 अगस्त को एक लिंक भेजी जिसको ओपन करने के बारे मे कहकर संपूर्ण जानकारी भरवाकर रजिस्टर्ड करवाया लिंक पर रजिस्टर करने के बाद इन्वेस्टमेंट शुरू किया और हर बार इन्वेस्टमेंट पर काफी फायदा, पोर्टल WEBULL पर होता दिखा ओर पैसा webull के वॉलेट अकाउंट id 1086166 में usdt मे दिखता था ,जब मैने WEBULL पोर्टल के वॉलेट से पैसे निकलना चाहा तो 2 बार पैसा मेरे बैंक में आया इससे मेरा विश्वास जीत कर विभिन्न दिनांको को अज्ञात महिला द्वारा दिये गये विभिन्न खातों मे रुपये जमा करवा कर पैसा इन्वेस्ट करवाते रहे और आरू भट्ट द्वारा मुझे ज्यादा पैसा कमाने का प्रलोभन दिया जाता रहा ओर 1 करोड़ रुपये से ज्यादा इन्वेस्ट करवा लिया गया ,पर जब मैने दीपावली के पहले कुछ पैसा निकालने का आवेदन webull कंपनी के व्हाट्सअप कस्टमर केयर नंबर पर किया तो वो आनाकानी करने लगे , पहले बोले की जितना प्रॉफिट हुए उसका इनकम टैक्स (30%) चुकाना पड़ेगा, जिसकी रसीद भी देंगे जो भारत में कही भी मान्य होगी , उनकी बात पर भरोसा कर मैंने 55,00,000/- रुपए टैक्स के रुप मे विभिन्न दिनांको मे उनके द्वारा दिये गये विभिन्न खातों मे जमा किये । टेक्स का पैसा जमा करने के बाद जब मैने webull कंपनी के वॉलेट से मेरा पैसे निकालना चाहा तो webull company पोर्टल ने नया व्यवधान डाला और अज्ञात महिला ने बताया कि मेरे बैंक अकाउण्ट में पैसे जमा कर दिया गया है ओर मेरे webull company के wallet से इतनी रकम कम भी हुई थी किन्तु वह रकम मेरे बैंक अकाउण्ट में जमा नहीं हुई ,custome care whatsapp no पर संपर्क किया तो जवाब आया की आपकी रकम को रिजर्व बैंक ने रोक दिया और उसको खोलने के लिए Green channel,, open करना पड़ेगां जिसकी फीस 30 लाख रुपये है और यदि नहीं दोगें तो आपका पूरा पैसा डूब जाएगा, इस तरह मुझे ब्लैकमेल करके , मानसिक रूप से प्रताड़ित करके ये पैसा 30 लाख रुपये भी मुझसे ले लिये गये। किन्तु फिर भी मुझे मेरे अकाउण्ट मे राशि प्राप्त नही हुई । फिर उनके द्वारा नया बहाना digital currency and fund agreement, digital currency and fund security एग्रीमेंट के संबम्ध मे 17,81,600/– रुपये की मांग की गई, और कहा कि यदि नहीं देने की स्थिति में सारा पैसे डूब जाएंगा ऐसा बोलकर मानसिक प्रताड़ित किया,जिसके उपरांत मैंने अपना पैसा वापिस मिल जाने कि उम्मीद में 17,81,600/- रुपए विभिन्न दिनांको मे उनके दिये गये खातों मे जमा करवा दिये । फिर से मैंने मेरे रुपये निकलना चाहा तो webull company ने पैसे ऐंठने का नया दांव खेला ओर मुझे बोला कि सारी रकम जो कंपनी के wallet में है उसकी सुरक्षा हेतु international block chain server security insurance करवाना पड़ेगा जो की Global DCA insurance company द्वारा होगा और उसके लिए 25,00,000/- रुपए देना होंगे वरना पैसे ओर अकाउंट (वॉलेट) दोनो खत्म कर देंगे जो मैने उनके बताये अनुसार अकाउण्ट मे जमा कर दिये थे। इस तरह से webull company मुझे हर बार ब्लैकमेल कर पैसा ऐंठती जा रही थी । समय-समय पर webull company के customer care व्हाट्सअप नंबर के द्वारा एवं अज्ञात महिला के द्वारा बताये गये बैंक अकाउंट मे मैने कुल 64 ट्रान्सेक्शन के माध्यम से 3,08,36,293/-रुपये (अक्षरी तीन करोड़ आठ लाख छत्तिस हजार दो सौ तियारनवे रुपये मात्र) जमा करा चुका हूँ किन्तु फिर भी मै रुपये निकाल नही पाया तो मैंने उक्त घटना की जानकारी अपने पुत्र l को दी तो उसने अपने किसी मित्र से पूछा क्या मेरे पिता के साथ सही हो रहा है तो जिसके बाद मुझे मेरे पुत्र ने बताया कि पापा आप के साथ बहुत बडी धोखाधडी हुई है इसकी शिकायत आपको NCRP PORTAL पर करना चाहिए उसके कहे अनुसार मैने मेरी शिकायती ncrp portal दर्ज करवायी ।
जिस पर क्राइम ब्रांच इंदौर के द्वारा अपराध पंजीबद्ध किया गया।
उक्त प्रकरण में आरोपियों की तकनीकी जानकारी निकालकर इंदौर के आरोपी (1). आनंद पहाड़िया निवासी हवा बंगला द्वारकापुरी इंदौर, (2). मोहित भावसार एरोड्रम इंदौर को गिरफ्तार किया गया।
आरोपी आनंद से पूछताछ करते बताया कि वह सेल्स मेन का कार्य करता है और उसके द्वारा अपने नाम का करेंट बैंक अकाउंट खुलवाकर आरोपी मोहित के माध्यम से ठग गैंग को 50 हजार रूपये के लालच में देना बताया है। उक्त के सम्बन्ध में जब आरोपी मोहित से पूछताछ की गई तो मोहित ने बताया कि वह जीम ट्रेनर के रूप में कार्य करता है एवं जल्दी पैसे कमाने की नियत से गैंग के अन्य सदस्यों से अच्छे कमीशन प्राप्त करने की नियत से आरोपी आनंद का करेंट बैंक खाता गैंग को उपलब्ध कराने का कार्य करना कबूला था उक्त प्रकरण में दोनों गिरफ्तार किया गया।
उक्त प्रकरण में जांच के दौरान तकनीकी जानकारी एवं बैंक खातों से प्राप्त जानकारी के आधार पर जिला उज्जैन से तीन आरोपियों (3). मोहम्मद रेहान उम्र निवासी उज्जैन (4). शाहरुख कुरैशी निवासी उज्जैन, (5). एजाज खान निवासी उज्जैन को गिरफ्तार किया गया ।
उक्त से प्रारंभिक पूछताछ करते आरोपी मोहम्मद रेहान ने बताया कि वह 8वीं तक पढ़ा लिखा है और मोबाइल एसेसरीज की दुकान चलता है जिसके द्वारा आरोपी शाहरुख के कहने पर 2% लालच में आकर सैफी स्टील फर्नीचर कंपनी के नाम से करेंट बैंक खाता उज्जैन की IDFC बैंक में खुलवाकर आरोपी शाहरुख को उपलब्ध कराना कबूला।
जब शाहरुख से पूछताछ की गई तो आरोपी शाहरुख ने बताया कि वह पुताई का काम करता है और रेहान के बैंक खाते को ठगी के लिए आरोपी एजाज को उपलब्ध कराता था और उसके बदले एजाज उसे खाते में आई राशि का 4% कमीशन देता था उसमें से वह 2% रेहान को दे देता था।
और जब आरोपी एजाज से पूछताछ की गई तो बताया कि BE मैकेनिकल इंजीनियर है और वर्तमान में बेरोजगार है, उक्त कार्य के लिए उसे गैंग के सदस्यों से 6% कमीशन मिलता था और 4 % वह शाहरुख को देता है ताकि शाहरुख 2%अपने पास रखते हुए 2% आरोपी रेहान को दे सके।
उक्त प्रकरण में पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर आरोपियों का पुलिस रिमांड प्राप्त कर पूछताछ की जा रही है, उक्त अपराध में संलिप्त सभी आरोपियों की तलाश कर उनके विरुद्ध अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।