- आवेदक को टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर फर्जी वेब Link के माध्यम से फर्जी ट्रेडिंग प्रोफाइल बनाते हुए की थी ऑनलाइन ठगी।
- ठगों द्वारा आवेदक को फर्जी ट्रेडिंग वेबपेज में, फर्जी लुभावने प्रॉफिट दिखाकर करवाया था इन्वेस्टमेंट।
- फ्रॉड से संबंधित सभी बैंक अकाउंट्स को, पुलिस ने कराया फ्रीज़ ।
- आवेदक के द्वारा समय पर दर्ज कराई थी, 1930/NCRP पोर्टल पर फ्रॉड की शिकायत।
इंदौर कमिश्नरेट में लोगों से छलकपट कर अवैध लाभ अर्जित करते हुये आर्थिक ठगी करने वाले की पहचान कर विधिसंगत कार्यवाही करते हुये उनकी धरपकड़ करने हेतु प्रभावी कार्यवाही के निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए हैं। उक्त निर्देशों के अनुक्रम में ऑनलाइन ठगी की शिकायतों में क्राइम ब्रांच इंदौर की फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन टीमों को लगाया गया है ।
इसी कड़ी में क्राइम ब्रांच इंदौर में रिटायर्ड बैंक मैनेजर आवेदक के द्वारा की गई शिकायत प्राप्त हुई थी जिसमे आवेदक ने बताया कि उन्हें Telegram ग्रुप में जोड़कर, फर्जी वेब Link के माध्यम से फर्जी ट्रेडिंग प्रोफाइल वेबपेज पर बनाते हुए, उसमें आवेदक की बैंकिंग एवं अन्य निजी जानकारी दर्ज करवाई और अलग–अलग समय में कुल 7,59,000/– रूपए इन्वेस्ट करवाए जो आवेदक को उक्त फर्जी वेबपेज के ट्रेडिंग खाते में दिखाई गए और उसके बाद फर्जी प्रॉफिट भी दिखाया, जब आवेदक के द्वारा प्रॉफिट अमाउंट को आहरित करने का प्रयास किया तो उक्त ट्रेडिंग प्रोफाइल को ठग द्वारा डिलीट कर संपर्क नंबर बंद कर दिए, और आवेदक के साथ कुल 7,59,000 रूपए का ऑनलाइन ठगी संबंधित NCRP पोर्टल / 1930 पर कॉल करके शिकायत दर्ज कराई गई।
उक्त शिकायत क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस को प्राप्त होकर शिकायत में क्राइम ब्रांच टीम के द्वारा तत्काल कार्यवाही कर संबंधित बैंक खातों को फ्रिज करवाया और आवेदक की ठगी गई राशि में से 5,56,365 /– रुपए सकुशल रिफंड कराएं गए।