कर्ज के तनाव में 7वें माले से कूदने जा रहा था युवक

 

इंदौर- शहर के पुलिस थाना राजेंद्र नगर क्षेत्र स्थित कल्याण मार्ट में मंगलवार देर शाम उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक लॉ स्टूडेंट 7वें माले की बालकनी से छलांग लगाने की कोशिश करने लगा। समय रहते राजेंद्र नगर पुलिस की सतर्कता , सूझबूझ और मानवीय संवेदनशीलता से युवक की अमूल्य जान बचा ली गई।

 

मूलतः रतलाम का रहने वाला छात्र, जो इंदौर में लॉ की पढ़ाई कर रहा है, मंगलवार शाम कल्याण मार्ट पहुंचा और घूमते-घूमते  7वें माले पर चला गया। बालकनी के पास उसकी संदिग्ध गतिविधियां देखकर सुरक्षा गार्ड को अनहोनी की आशंका हुई, जिस पर उसने तत्काल  राजेंद्र नगर पुलिस को सूचना दी गई।

 

सूचना मिलते ही थाना प्रभारी  नीरज बिरथरे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।  पुलिसकर्मियों ने ऊपर पहुंच बालकनी में लटके युवक से धैर्यपूर्वक ,भावनात्मक संवाद किया। पुलिस ने उसे समझाया कि वह पढ़ाई के लिए इंदौर आया है, उसके सपनों से पूरा परिवार जुड़ा है और इस तरह का कदम उसके व उसके परिजनों के लिए घातक सिद्ध होगा व परिजन दुखी होंगे। पुलिस ने भरोसा दिलाया कि उसकी जो भी समस्याएं है, उनका  समाधान प्रयासों से हो  जाएगा।

 

पुलिस के अपनत्व* , विश्वास और संवेदनशील व्यवहार का युवक पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा और काफी देर की बातचीत के बाद उसका मन बदल गया। पुलिस ने सुरक्षित तरीके से उसे नीचे उतारा और थाने ले जाकर शांत वातावरण में काउंसिलिंग कराई गई।

 

घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी भी थाने पहुंचे और युवक से चर्चा की। जांच में सामने आया कि स्टूडेंट कर्ज के दबाव के कारण मानसिक तनाव में था। परिजनों को सूचना दी गई, जिनके थाने पहुंचने पर आवश्यक समझाइश और औपचारिकताओं के बाद युवक को सकुशल उसके परिजन सुपुर्द कर दिया गया।

 

वरिष्ठ अधिकारियों ने टीआई नीरज बिरथरे एवं उनकी टीम की त्वरित कार्यवाही , सूझबूझ और मानवीय दृष्टिकोण की सराहना की। यह घटना इस बात का उदाहरण है कि  पुलिस न केवल कानून व्यवस्था की प्रहरी है, बल्कि संकट के समय इंसानियत का फर्ज भी निभाती है।

 

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