- फरियादी की दुबई आने–जाने की फ्लाइट टिक्टिक्ट्स, ट्रैवलिंग वीजा, होटल्स बुकिंग कराने के नाम से, आरोपी ने लगभग करीब 10 लाख रुपए ऑनलाइन प्राप्त कर की थी धोखाधड़ी।
- पूछताछ में आरोपी के द्वारा देश के अन्य शहरों में भी इसी तरह से कई लोगो से लाखों रुपए प्राप्त कर ठगी करना किया है स्वीकार, जिसकी जांच की जा रही है।
- वारदात के बाद आरोपी शहर में सिमकार्ड तत्काल बदलकर अन्य शहरों में देता था नई वारदात को अंजाम।
इंदौर पुलिस द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड और धोखाधड़ी संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु क्राईम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड एवं सोशल मीडिया संबंधित अपराधों में आरोपियों के विरुद्ध लगातार कार्यवाही की जा रही है। इसी अनुक्रम में अपराध शाखा में इंदौर के फरियादी के द्वारा दुबई ट्रैवलिंग वीजा, होटल्स एवं फ्लाइट बुकिंग, के नाम से हुई लगभग 10 लाख रुपयों की धोखाधड़ी से संबंधित शिकायत की गई थी ।
जिस पर थाना अपराध शाखा इंदौर पुलिस के द्वारा आरोपियों के विरुद्ध अपराध धारा 409, 420, 467, 468, भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
आरोपी की तकनीकी जानकारी निकालते आरोपी (1). रवि शंकर ओझा निवासी झारखंड को गुरुग्राम दिल्ली NCR से गिरफ्तार किया गया।
आरोपी से पूछताछ करते बताया कि फरियादी को अलग–अलग तरह से प्रोसेस बताते व झूठ बोलकर दुबई यात्रा कराने हेतु एयर टिकट, ट्रेवलिंग वीजा एवं होटल्स बुकिंग के नाम से कई बार में लगभग 10 लाख रुपए प्राप्त किए उसके बाद न तो कोई ट्रैवलिंग वीजा, एयर टिकेट, होटल्स बुक किए और न ही यात्रा कराई और आवेदक के द्वारा अपने रूपए वापस मांगने पर उसका कॉल उठाना बंद कर दिया, और आवेदक से संपर्क तोड़कर फरियादी के साथ धोखाधड़ी करना की गई साथ ही प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने देशभर कई लोगों के साथ इसी तरह से धोखाधड़ी करना स्वीकार किया है।
आरोपी के द्वारा ठगी करने के बाद पुलिस से बचने के लिए देश के विभिन्न राज्यों में रहकर फ़रारी काटी और फ़रारी के दौरान आरोपी ने 40-50 मोबाइल सिम व फोन का उपयोग किया है हर सप्ताह में मोबाइल सिम एवं फ़ोन बदल दिया करता था आरोपी लखनऊ उत्तर प्रदेश में ठगी करने वाले गिरोह के साथ में मिलकर ट्रेवलिंग एजेंट बतौर काम किया और रोज़ी ट्रेवल्स के नाम से फ़र्ज़ी कंपनी खोलकर वहाँ पर भी लोगों से लाखों रुपये की ठगी करना क़बूल किया है, इस संबंध में लखनऊ पुलिस से संपर्क किया जा रहा है लखनऊ से ठगी करने के बाद आरोपी झारखंड भाग गया एवं पुनः दूसरी सिम एवं नए मोबाइल फ़ोन ख़रीद कर दिल्ली एवं दिल्ली NCR में रहने लगा है, आरोपी वारदात के बाद अपना ठिकाना बदल दिया करता था, आरोपी पूर्व में भी धोखाधड़ी के मामले में छत्तीसगढ़ में जेल जा चुका है ।
आरोपी शातिर क़िस्म का बदमाश है फ़रारी के दौरान आरोपी को जिन लोगों ने ठगी करने में साथ दिया है उनकी जानकारी निकाली जा रही है उन्हें भी सह आरोपी बनाया जाएगा जिसकी जांच एवं प्रकरण में विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।