- फरियादी से ₹54 लाख की ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट करवा कर की गई थी ठगी।
- प्रारंभ में छोटे-छोटे मुनाफे का झांसा देकर कराया गया बड़ा निवेश, और करी थी ठगी।
- फरियादी ने कराई थी NCRP पोर्टल (1930) पर शिकायत दर्ज।
- क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा कार्यवाही कर फ्रॉड के लाखों रुपए वाले बैंक खातों को कराया फ्रीज ।
- फरियादी को वापस कराई जा चुकी है ₹11,65,000/- की राशि ।
इंदौर पुलिस कमिश्नरेट में लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वालो के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही के निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए हैं। उक्त निदेशों के अनुक्रम में क्राइम ब्रांच की टेक्निकल सेल द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही हैं।
क्राइम ब्रांच इंदौर के साइबर सेल को एक शिकायत NCRP पोर्टल 1930 पर प्राप्त हुई, जिसमें फरियादी से ऑनलाइन शेयर निवेश के नाम पर ₹54 लाख की ठगी की गई थी। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार नोडल अधिकारी एवं टीम द्वारा तत्परता से कार्रवाई कर संबंधित बैंक खातों को फ्रीज/होल्ड कराया गया।
इसी क्रम में इंदौर निवासी फरियादी (नाम परिवर्तित – धर्मेंद्र) ने शिकायत में बताया कि उन्हें एक अज्ञात मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप पर संदेश मिला। संदेश भेजने वाली महिला ने स्वयं को “नैना शर्मा” बताया और उन्हें शेयर मार्केट में निवेश कर प्रतिदिन ₹2000–₹4000 तक लाभ कमाने का प्रस्ताव दिया।
शुरुआत में संदेह होने पर फरियादी ने इनकार किया, किंतु लगातार संपर्क व डेमो दिखाने पर उन्होंने निवेश की सहमति दी। नैना ने फरियादी को “Varanium Captain Advisors Pvt. Ltd.” नामक कंपनी की वेबसाइट पर रजिस्टर करने के लिए कहा।
फरियादी ने सेबी की वेबसाइट पर उक्त कंपनी का नाम देखकर विश्वास किया और रजिस्ट्रेशन कर लिया। इसके बाद नैना ने उन्हें एक एप्लिकेशन डाउनलोड करने की लिंक भेजी।
प्रारंभिक छोटे निवेश पर बोनस व कमीशन सहित लाभ दिया गया। धीरे-धीरे फरियादी ने बड़े निवेश करना शुरू किए।
बाद में बताया गया कि कंपनी का “ऑरिजनल ग्रुप” बंद हो गया है और “डॉकिंग ग्रुप” के माध्यम से काम जारी रहेगा।
बड़े निवेश के बाद जब फरियादी ने राशि निकालने का प्रयास किया तो कंपनी ने तकनीकी कारण बताते हुए खाता होल्ड कर दिया।
सेबी से जानकारी लेने पर पता चला कि इस नाम की कोई कंपनी पंजीकृत ही नहीं है। तब फरियादी को ठगी का पता चला और उन्होंने क्राइम ब्रांच इंदौर में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की कार्यवाही-
उक्त शिकायत पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में क्राइम ब्रांच इंदौर की नोडल टीम ने फरियादी से किए गए लेनदेन की जानकारी प्राप्त कर तत्काल बैंक खातों को ट्रेस कर फ्रीज कराया। तत्पश्चात संबंधित बैंकों से समन्वय स्थापित कर लगभग ₹11,65,000/- की राशि फरियादी को वापस दिलाई गई।
——साइबर एडवाइजरी——
क्राइम ब्रांच इंदौर आम नागरिकों से अपील करती है कि—
किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए निवेश ऑफर पर भरोसा न करें।
किसी लिंक पर क्लिक करने या एप डाउनलोड करने से पूर्व उसकी प्रामाणिकता अवश्य जांचें।
किसी भी प्रकार की ऑनलाइन ठगी होने पर तत्काल NCRP पोर्टल 1930 अथवा 7049124445 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराएं।