- अनुराग नगर में हुई नकबजनी की घटना का पुलिस थाना एमआईजी ने पर्दाफाश कर, शातिर आरोपी को किया गिरफ्तार।
- आरोपी के कब्जे से चोरी गए सोने-चाँदी के जेवरात, चाँदी की ईंट, सिक्के, नगदी व चोरी करने के औजार तथा मोबाईल सहित कुल 8 लाख 55 हजार रुपए का मश्रुका बरामद ।
- आरोपी कॉलोनियो के घरो में ताले लगे मकानो को बनाता था निशाना और अकेल ही देता था वारदातों को अंजाम।
- नशे की लत को पूरा करने के लिये करता है चोरी।
- आरोपी है शातिर अपराधी, जिसके विरुद्ध पूर्व में भी चोरी एंव नकबजनी के कई प्रकरण हुए हैं पंजीबद्ध।
इंदौर शहर में चोरी, नकबजनी, लूट/डकैती जैसे गम्भीर अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु इनमें संलिप्त अपराधिक तत्वों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही के निर्देश पुलिस आयुक्त नगरीय इन्दौर श्री राकेश गुप्ता एवं अति. पुलिस आयुक्त (का./व्य.) नगरीय इंदौर श्री अमित सिंह द्वारा इंदौर पुलिस को दिए गए हैं। उक्त निर्देशों के अनुक्रम में कार्यवाही करते हुए पुलिस थाना एमआईजी द्वारा नकबजनी की घटना का खुलासा कर एक शातिर चोर को पकड़ने में सफलता हासिल की है।
पुलिस थाना एमआईजी पर दिनांक 20.03.2024 को फरियादिया कनुप्रिया जैन पति तरुण सुराना उम्र 40 साल निवासी एन्टीलिया 2 स्काई लक्जूरिया निपानिया इंदौर ने मौखिक रिपोर्ट किया कि मेरे पिता अशोक जैन तथा मेरी मां संध्या जैन दोनो 4-5 दिन से अनुराग नगर स्थित उनके मकान में ताला लगाकर मेरे यहा निपानिया में हमारे साथ रह रहे थे। कल मेरे पिताजी वहां का ताला लगाकर आ गये थे, आज सुबह नौकरानी रेखा का फोन आया तो उसने बताया कि घर का दरवाजे का मैन ताला टूटा हुआ होकर दरवाजा खुला हुआ है। तब मैन जाकर देखा तो पिताजी के बैडरूम में तिजोरी में रखे आर्टीफिशियल ज्वैलरी व उनके डब्बे आदि बिखरे पड़े थे तिजोरी में रखी सोने चांदी व डायमण्ड की ज्वैलरीज जिसमे ब्रेसलेट, इयरिंग, चूडी, झुमकी, चेन, पैडल, चांदी के सिक्के व ब्रांडेड घडिया नगदी 20,000 रुपये भी नहीं थे तथा अलमारी मे से नगदी 2 लाख रुपये गायब थे। कोई अज्ञात बदमाश रात्रि में मेरे पिताजी के मकान के दरवाजे का इलेक्ट्रॉनिक ताला तोड़कर घर में घुसकर ज्वैलरी व नगदी चोरी कर ले गया है।
फरियादिया की रिपोर्ट पर से थाना एमआईजी पर अप, क्र. 132/24 धारा 457.380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। नकबजनी का उक्त गभीर अपराध घटित करने वाले अज्ञात आरोपी के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने एवं शीघ्र गिरफ्तारी हेतु पुलिस उपायुक्त जोन-02 श्री अभिनय विश्वकर्मा एवं अति. पुलिस उपायुक्त जोन-02 श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा सहा. पुलिस आयुक्त परदेशीपुरा श्री कुंदन मण्डलोई के मार्गदर्शन में एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर थाना प्रभारी एमआईजी के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर लगाया गया।
घटना का खुलासा एवं आरोपी की पतारसी हेतु आसपास के सीसीटीवी फुटेज को चैक किया, तकनीकी जांच एंव मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। इसी दौरान आज दिनांक 23.03.2024 को मुखवीर द्वारा सूचना प्राप्त हुई की दिनांक 19.03.2024 को जो अनुराग नगर में चोरी का संदिग्ध व्यक्ति रोबोट चौराहा पर कही जाने के लिये खडा हैं। टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए रोबोट चौराहे पर पहुंचे जहा मुखवीर के बताये हुलिये का एक व्यक्ति कुछ जेवर लिये बेचने की फिराक में खड़ा हुआ है जो पुलिस को आते देख भागने लगा जिसे घेराबंदी कर पकड़ा, जिससे पूछताछ बकरने पर अपना नाम दीपक वंशल निवासी- हुजूर भोपाल, वर्तमान पता – कृष्णबाग कालोनी इंदौर होना बताया।
घटना से संबंध में पूछताछ करते कभी कुछ, कभी कुछ बताता रहा, जिससे हिकमत अमली से पूछ्ने पर 4-5 दिन पहले अनुराग नगर में चोरी करना स्वीकार किया। आरोपी की जामा तलाशी लेते पेन्ट की जेब में से 1000/-नगदी एवं एक ओप्पो कम्पनी मोबाईल तथा मौके पर एक बैग में दो चांदी के सिक्के व एक चादी का बिस्किट, चांदी की दो पायजेब रखी मिलीं । आरोपी को गिरफ्तार कर, उसके किराये के घर कृष्णबाग कालोनी शेखर किराना के पास वाली गली में से अपराध सदर का शेष मश्रुका सोने- चादी के जेवरात, चांदी की ईंट,सिक्के, बिस्किट, आदि किमती लगभग 8,55,000/- रुपये, एक मोबाईल फोन तथा घटना में प्रयुक्त लोहे की टॉमी विधिवत जप्त की गई है।
आरोपी भोपाल का रहने वाला है और यहां किराए से मकान लेकर सूने मकानों की रैकी कर, अपनी नशे की लत को पूरा करने के लिए वारदातों को अंजाम देता था। और अधिकतर वारदातें स्वयं अकेला ही करता था कि, पकड़ा न जा सके। आरोपी है शातिर अपराधी है, जिसके विरुद्ध पूर्व में भी चोरी एंव नकबजनी के कई प्रकरण पंजीबद्ध हुए है, जिसके संबंध में और जानकारी निकाली जा रही हैं।
पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जिसके विरुद्ध विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही हैं तथा उससे अन्य वारदातें के संबंध में भी पूछताछ की जा रही हैं।
उक्त सफल कार्यवाही मे थाना प्रभारी एमआईजी निरीक्षक मनीष लोधा, उपनिरीक्षक सचिन आर्य, उपनिरीक्षक अजमेर सिंह अरोलिया, प्रआर शिव यादव, प्रआर अरुण शर्मा, प्रआर प्रवीण सिंह, आर रवीन्द्र कुमार, आर अविनाश, महिला आर. अलका तोमर की प्रमुख व सराहनीय भूमिका रही।