• थाना स्तर पर ही पीड़ित को मिल जाए, सायबर अपराधों की शिकायतों का समाधान, इसके लिये प्रत्येक थाने के पुलिस कर्मियों को किया जा रहा है, आधुनिक तकनीकी में दक्ष बनाने का प्रयास।

 

वर्तमान के बढ़ते सायबर अपराधों की रोकथाम हेतु इन्दौर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है साथ ही जनजागरूकता अभियान भी चलाया  जा रहा है। सायबर अपराधों की शिकायतों में पीड़ित/आवेदक को थानें पर ही उचित समाधान मिल सकें व उसे इधर उधर न भटकना पड़े, इसी बात को ध्यान में रखते हुए, पुलिस आयुक्त नगरीय इन्दौर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा थाना स्तर पर सायबर अपराधों के लिये दक्ष पुलिस कर्मी हो, इसके लिये, एक विशेष ट्रैनिंग  की कार्ययोजना तैयार करवाई गयी है। जिसके तहत नगरीय क्षेत्र के प्रत्येक थाने से कुछ पुलिस कर्मियों को सायबर अपराधों पर प्रभावी कार्यवाही के लिये, प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

 

पुलिस कमिश्नर इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह के दिशा-निर्देशन में उक्त प्रशिक्षण सत्र की आज दिनांक 18.01.25 को शुरूआत अति. पुलिस आयुक्त अपराध/मुख्यालय श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव की विशेष उपस्थिति की गयी, जिसमें नगरीय क्षेत्र के सभी थानों से आरक्षक से उप निरीक्षक स्तर के करीब 80 पुलिस कर्मियों को दो दिवस 18 व 19 जनवरी को सायबर अपराधों की शिकायत करने से लेकर, उनमें किस प्रकार कार्यवाही की जावें आदि के संबंध में प्रशिक्षण दिया जावेगा।

 

प्रशिक्षण सत्र में व्याख्यान की शुरूआत करते हुए, अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम  द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न सायबर अपराधों व फ्रॉड के विभिन्न प्रकार फांईनेशियल, ऑनलाईन, सोशल मीडिया आदि अपराधों के बारें में बताया  व इनके पीड़ित यदि थानें में आएं तो क्या करें व किस प्रकार उन पीड़ितों की मदद करें कि, उनकी समस्या का निदान जल्द से जल्द हो सके बताते हुए, 1930 व सायबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in  का महत्व भी समझाया।

 

दो दिवसीय उक्त प्रशिक्षण सत्र में क्राइम ब्रांच व पुलिस के अनुभवी अधिकारी जो विभिन्न सायबर अपराधों में दिन प्रतिदिन कार्यवाही करते है उनके द्वारा तथा विषय विशेषज्ञों द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थी पुलिसकर्मियों को सायबर क्राइम हो जाने पर पीड़ित द्वारा थाने आने पर किस प्रकार उसकी शिकायत जल्द से जल्द 1930 व सायबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर करना है, जिससे उसकों त्वरित समाधान दिलाया जा सके। विभिन्न फांईनेशियल फ्रॅाड में जितनी जल्दी शिकायत दर्ज हो जाएं उसमें उनकी राशि मिलने की संभावना उतनी ज्यादा होती है, इस बात को विशेष तौर पर ध्यान रखने की बात बताई।

 

उक्त प्रशिक्षण कार्यशाला में पुलिस कर्मियो को आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर, किस प्रकार अपराधी विभिन्न सायबर क्राइम जैसे- डिजीटल अरेस्ट, सेक्सटार्षन, फर्जी शेयर ट्रेडिंग, फर्जी लोन ऐप्प, ओटीपी फ्रॉड, ऑनलाईन गेम/बेटिंग, ई-कामर्स फ्रॉड, सायबर स्टाकिंग, सायबर बुलिंग, सोषल मीडिया हैक अदि कर रहे है, इसका विभिन्न केस स्टडीज के द्वारा प्रेक्टिकली बताया जा रहा है, और इनकी शिकायतों पर किन माध्यमों से क्या कार्यवाही करना है और किन बातों का ध्यान रखना है, इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

 

 

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