• इंदौर पुलिस की साइबर पाठशाला में, सियागंज के होलसेल किराना व्यापारियों ने जाने विभिन्न साइबर फ्रॉड व इनसे बचने के तरीके।

 

  • जैन सोशल ग्रुप के सदस्यों ने भी, इंदौर पुलिस के सायबर जागरूकता अभियान से जुड़कर, लिया स्वयं के साथ औरों को भी सतर्क व जागरूक बनाने का संकल्प।

 

इंदौर- वर्तमान में बढ़ते सायबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये, इसके प्रति लोगों में जनजागरूकता लाने हेतु, पुलिस कमिश्नर इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह के मार्गदर्शन में इंदौर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा सायबर जागरूकता हेतु लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

 

1..इसी कड़ी में अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर श्री राजेश दंडोतिया ने टीम के साथ सियागंज  होलसेल किराना ब्रोकर्स एसोसिएशन इंदौर के कार्यक्रम में पहुंचकर, सायबर अवेयरनेस की 412 वीं कार्यशाला में वहां उपस्थित करीब 120 व्यापारी सदस्यों  को विभिन्न प्रकार के सायबर फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड और सोशल मीडिया से संबंधित अपराधों की जानकारी दी और सायबर अपराध होने पर साइबर हेल्पलाइन-1930, पोर्टल www.cybercrime.gov.in, या इंदौर पुलिस की सायबर हेल्पलाइन 7049124445 आदि पर किस प्रकार शिकायत करें तथा पुलिस इन पर किस प्रकार कार्यवाही करती है और सायबर अपराधों से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखें आदि के संबंध में, व्यवहारिक ज्ञान देते हुए

सभी से कहा कि,  वर्तमान में लगभग अधिकतर कार्य और विशेषकर बैंकिंग कार्य ऑनलाइन हो गया है, व्यापार भी इससे अछूता नही है।  साइबर क्रिमिनल्स बैंकिंग और फाइनेंशियल फ्रॉड पर ही सबसे ज्यादा फोकस्ड कर, लोगों को लुभावने ऑफर और डर दिखाकर  नए-नए विभिन्न तरीको से कई प्रकार के फाइनेंशियल फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट जैसे फ्रॉड कर रहे है। सतर्कता और जागरूकता से ही इससे बचा जा सकता है।

अतः जालसाजों की किसी भी  बातों में न आये। सतर्क व जागरूकरहें , अनजान व्यक्ति के द्वारा कितना भी भरोसा दिलाने के बाद भी अपनी बैंकिंग एवं निजी जानकारी कभी भी साझा न करें।

 

 

 

2..इसी प्रकार एक अन्य कार्यशाला के तहत एडिशनल डीसीपी क्राइम श्री राजेश दंडोतिया द्वारा, जैन सोशल ग्रुप के कार्यक्रम में पहुँचकर 413 वीं साइबर पाठशाला लगाकर वहां उपस्थित करीब 300 पुरुषों व महिलाओं को विभिन्न सायबर फ्रॉड की जानकारी देते हुए इनसे बचने के लिए ध्यान रखने वाली सावधानियां बताते हुए सभी से कहा कि आजकल हम सभी की  रियल लाइफ के साथ साथ वर्चुअल दुनिया  भी है, और यहाँ की हमारी हर गतिविधि पर साइबर अपराधियों की नजर है, हमारी छोटी सी गलती भी इन्हें फ्रॉड करने का मौका दे देती है।

अतः साइबर अपराधों से बचना है तो, जागरूक और सतर्क रहकर पूरी सावधानी के साथ ऑनलाइन, फाइनेंशियल कार्य, पढ़ाई करें, लुभावने ऑफर वाले ट्रेडिंग व ऑनलाइन गेम से भी बचकर रहें तथा सोशल मीडिया पर भी ध्यान रखें और अपनी निजी जानकारी किसी से भी शेयर नहीं करें ।

 

 

इस दौरान पुलिस टीम ने दोनों कार्यशाला में वहां उपस्थित सभी स्टूडेंट्स व पेरेंट्स को साइबर अवेयरनेस के पम्पलेट्स व स्टिकर्स भी दिए और सभी को साइबर जागरूकता लाने में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया।

keyboard_arrow_up
Skip to content