- आरोपी के विरुद्ध शहर के थाना द्वारकापुरी, एमआईजी सहित बुरहानपुर जिले में भी पंजीबद्ध है, धोखाधडी के कई अपराध ।
- आरोपी विनोद खिरवानी है धोखाधडी और अमानत मे खयानत करने का आदतन अपराधी ।
- आरोपी लोगों से किराए पर गाड़ी लेकर देता था कुछ माह तक किराया, और बाद में गाड़ी लेकर हो जाता था रफूचक्कर।
इंदौर कमिश्नरेट में अपराधों पर नियंत्रण हेतु,विभिन्न प्रकरणों में फरार व ईनामी आरोपियाओं की धरपकड़ के लिए प्रभावी कार्यवाही के निर्देश पुलिस कमिश्नर इंदौर द्वारा दिए गए हैं। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस उपायुक्त जोन-4 ,नगरीय इंदौर श्री ऋषिकेश मीना व लअति. पुलिस उपायुक्त जोन-4 इंदौर श्री आनंद यादव के निर्देशन व सहायक पुलिस आयुक्त अन्नपूर्णा इंदौर नंदिनी शर्मा के मार्गदर्शन में कार्यवाही करते हुए इन्चार्ज थाना प्रभारी द्वारकापुरी और उनकी टीम द्वारा करीब दो वर्ष से धोखाधडी में फरार उदघोषित आरोपी को पिछलापुर गुजरात से पकड़ने मे सफलता प्राप्त की है ।
थाना द्वारकापुरी पर वर्ष 2022 में मनोहर पिता लच्छू निवासी-विदुर नगर इन्दौर ने रिपोर्ट किया था कि, आरोपी विनोद खिरवानी निवासी- इन्दौर ने 100/- रुपये के स्टाम्प पर अनुबंध लेख करा आर्टिगा गाडी 18000/- रुपये प्रतिमाह किराये पर चलाने के लिए ली थी जिसका किराया आरोपी ने करीब 7-8 माह तक फरियादी को दिया बाद आरोपी ने किराया देना बंद कर आर्टिगा गाडी लेकर फरार हो गया । फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना द्वारकापुरी पर 2022 में अपराध धारा 406 भादवि का आरोपी विनोद खिरवानी के विरुद्ध दर्ज हुआ जिसकी तलाश तत्समय पुलिस द्वारा की पर आरोपी अपने संभावित जगहों को छोड़कर व नंबर बंद कर फरार हो गया था ।
उल्लेखनीय है कि, धोखाधडी के फरार आरोपियो की धरपकड हेतु गठित टीम द्वारा सायबर सेल एवं तकनीकी माध्यमो का प्रयोग कर आरोपी के बारे में जानकारी पता कि, जिसके गुजरात मे होने की पता चला उसकी लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम द्वारा दबीश देकर आरोपी विनोद खिरवानी उम्र 55 साल निवासी- श्रीमंत अपार्टमेन्ट , श्रीनगर इन्दौर को पिछलापुर गुजरात से पकडा ।
पुलिस द्वारा पुछताछ में पाया गया कि आरोपी विनोद खिरवानी की शोहरत धोखाधडी की होकर लोगो से स्टाम्प पर लिखापढी कर किराये पर चार पहिया वाहन लेता था और भरोसा कायम होने तक किराया भरता था फिर अपना मोबाईल नम्बर बंद कर वाहन सहित फरार हो जाता था तथा उक्त वाहनो को अलग अलग जगह बेचकर अवैध धन लाभ प्राप्त कर विश्वासघात करता था । जिसके विरुद्ध इसी तरीका-ए-वारदात के तहत थाना एमआईजी पर करीब 5 अपराध धोखाधडी एवं दिगर जिला थाना लाल बाग बुरहानपुर में भी धोखाधडी के अपराध दर्ज है, और उनमें भी कुछ में फरार चल रहा था।
आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जिसके विरुद्ध विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही हैं।
सराहनीय भूमिका- आरोपी की पतारसी तकनीकी माध्यमो से करने में प्रआर. आशीष शुक्ला एवं सायबर सेल के आर. गौरव तथा गिरफ्तारी में थाना द्वारकापुरी पुलिस टीम सउनि कमलेश डावर, प्रआर. प्रदीप बघेल का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।