• गैंग द्वारा वेबसाईट रॉक एक्सचेंज के माध्यम से की जा रही थी करोड़ो रुपये की ऑनलाइन गैंबलिंग।

 

  • ऑनलाइन गेम का बना रखा था ऐसा अल्गोरिथम की इसमें पैसे लगाने वाले व्यक्ति का जीत का प्रतिशत बहुत कम कर दिया जाता है।

 

  • ये कम उम्र के नाबालिग बच्चों व युवाओं को लुभावने ऑफर द्वारा जल्दीअमीर बनने की चाहत में, सट्टा और ऑनलाइन गैंबलिंग के लिए प्रेरित कर, लगवा देते है, इसकी लत।

 

  • फर्जी सिम व फर्जी एकाउंट के माध्यम से किया जा रहा है इनके द्वारा ऑनलाइन गैंबलिंग का फ्रॉड।

 

  • आरोपियों के पास से 29 मोबाइल 13 चेक बुक/पास बुक,6 लैपटॉप, नगदी व मिला करोड़ो का हिसाब किताब। 

 

  • इंदौर पुलिस द्वारा आरोपी का रिमांड प्राप्त कर की जा रही है विस्तृत पूछताछ ।

 

इंदौर कमिश्नरेट में लोगों के साथ ऑनलाइन गेम व सट्टे आदि के माध्यम से छलकपट कर अवैध लाभ अर्जित करते हुये आर्थिक ठगी करने वाले की पहचान कर विधिसंगत कार्यवाही करते हुये उनकी धरपकड़ करने हेतु प्रभावी कार्यवाही के निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए हैं। उक्त निर्देशों के अनुक्रम में ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतों पर क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही हैं।

 

इसी अनुक्रम में इंदौर क्राइम ब्रांच की टीम को मुखबिर तंत्र से सूचना मिलीं थी कि 07 से 08 लोग मानवता नगर के मकान में लेपटाप व मोबाईल के माध्यम से आनलाईन सट्टा बडे पैमाने पर लोगो को खिलवा रहे है। उक्त सूचना पर टीम  मानवता नगर में पहुंचे तो वहां कुछ संदिग्ध व्यक्ति मिलें व लेपटाप व कई मोबाईल फोन व कई बैंको की पासबुक, चैक बुक रखी हुई थी जिनमें लगातार ऑनलाइन गेमिंग सट्टे के फोन एंव मेसेज आ रहे थे। टीम द्वारा संदिग्धों से पूछताछ पर अपना नाम 01. परिक्षीत लोहार निवासी मंदसौर, 02. रोशन लालवानी निवासी मंदसौर, 03. विजय विश्वकर्मा निवासी  मंदसौर, 04. अभिषेक यादव  निवासी  मंदसौर, 05. रुचित  सिंह  निवासी गोपालगंज  बिहार, 06. राजेश कोतक निवासी मंदसौर, 07. प्रफुल्ल सोनी  निवासी  मंदसौर, 08. महेन्द्र सिंह  निवासी मंदसौर के होना बताया ।

आरोपियों ने पूछताछ करते अपना ऑनलाइन सट्टे गेम का जुर्म करना स्वीकार करते हुए बताया कि हम लोग वेबसाईट रॉक एक्सचेंज के अलग अलग साईटो क्रमशः रॉक7.आर्ट, अग.रॉकिंप्ले. कॉम, एडमिन.रॉकबुक9.कॉम, अग.रॉकेक्च111.कॉम, रॉकेक्च9.कॉम के माध्यम से लाईन (हार-जीत) के साथ सट्टा संचालित करते है।

उक्त सन्देहियो से उक्त ऑनलाइन गेमिंग सट्टा संचालित करने के संबंध में वैध दस्तावेज के बारे में पूछते नहीं होना बताया एवं बताया कि हम लोग जिन व्यक्तियों को सट्टा लगाना रहता है उसके पेमेंट अलग अलग खातों में डलवाकर रॉक वेबसाईट की आईडी एवं पासवर्ड देते है एवं उस आईडी पर जितने रुपये उक्त व्यक्ति ने जमा किये हैं उसके पाईंट उनको उस आईडी पर देते है। जिसके बाद उक्त व्यक्ति उक्त वेबसाईटो में उपलब्ध (24×7) गेम खोलकर हारजीत का दाव लगाकर सट्टा खेलता है। हमने टेलीग्राम ग्रुप पर से हमने एडमीन की आई.डी. ब्रांच1401 की ले रखी है  जिन व्यक्तियो को सट्टा लगाना रहता है उनसे अलग अलग बैंक खातो मे रुपये डलवाकर उतने ही रुपयो के पाईन्ट देकर उन लोगो को सट्टा खेलने के लिये देते है उक्त वेबसाईट के माध्यम से ग्राहको को जीतने पर पाईन्टो को एप के माध्यम से विड्रावल की अनुमति चाहता है तो हम उसको उसके खाते में रुपये डाल देते है।

हम सभी संगठित होकर लेपटाप, मोबाईल व अन्य लोगो के खातो का उपयोग कर उक्त वेबसाईट के माध्यम से लोगो को सट्टा खिलाकर आर्थिक लाभ प्राप्त करते थे।

 

आरोपियों से पूछताछ व प्रारंभिक जांच से पता चला कि उक्त शातिर आरोपी ऑनलाइन गेमिंग वेबसाइट रॉक एक्सचेंज जो कि कम उम्र के नाबालिग बच्चों व युवाओं को लुभावने ऑफर के द्वारा सट्टा और ऑनलाइन गैंबलिंग के लिए प्रेरित करता है और पैसे को जल्दी कमा अमीर बनने की चाहत में इसकी लत लगवा देते है।  ये लोग ऑनलाइन गेमिंग वेबसाइट व ऐप्प में ऐसी कॉडिंग एवं अल्गोरिथम का उपयोग करते है कि पैसे लगाने वाले व्यक्ति का जीत का प्रतिशत बहुत कम कर दिया जाता है, जिसमे शुरू में कुछ जीत से लाभ होता है पर बाद में गेम खेलने वाले को लॉस ही होता है। इस प्रकार ये फ्रॉड को अंजाम देते है।

 

इनकी गेमिंग वेबसाइट में भिन्न भिन्न प्रदेशो के संभवतः फर्जी बैंक अकाउंट नंबर भी मिलें है  प्रतिदिन ये जीते हुए पैसो का ,अमाउंट बड़ा होने पे अपने ऊपर के मालिक का भेज दिया जाता था। आरोपियों के द्वारा करोड़ो रुपये की ऑनलाइन गैंबलिंग की जा रही है।

उक्त प्रकरण में आरोपियों के मोबाइल में दुबई मनी एक्सचेंज करने वाले लोगो के नंबर भी मिले है

आरोपियों के पास से 29 मोबाइल 13 चेक बुक/पास बुक व 6 लैपटॉप प्राप्त हुए है।

 

क्राइम ब्रांच इंदौर थाना द्वारा उपरोक्त 08 आरोपियो को गिरफ्तार कर, इनके विरुद्ध धारा पब्लिक गेंबलिंग एक्ट 1976 तथा धारा 112 बीएनएस का पंजीबद्ध कर 06 लेपटाप चार्जर सहित,  कुल 29 मोबाईल, 13 चैकबुक/पासबुक एवं कुल नगदी 12770/ रुपये जप्त किये गए है।

 

इंदौर क्राइम ब्रांच के द्वारा आरोपियों का पुलिस रिमांड प्राप्त कर गैंग के अन्य सदस्यों एवं अन्य कई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु पूछताछ की जा रही है तथा प्रकरण में विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही हैं।

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