- पुलिस टीम ने महिलाओं व स्कूली बच्चों के बीच जाकर, किया उन्हें जेंडर आधारित भेदभाव व हिंसा की रोकथाम के प्रति जागरूक
इंदौर- दिनांक 26 नवंबर 2024- महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तिकरण और लैंगिक असमानता को खत्म करने के उद्देश्य को लेकर मध्य प्रदेश शासन द्वारा “हम होंगे कामयाब पखवाड़ा” की शुरुआत की गई है, जो 25 नवंबर से 10 दिसंबर 2024 तक चलेगा। महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वाधान में चलाए जा रहे इस अभियान में प्रषासन के सभी विभागों के द्वारा जिलें में विभिन्न प्रकार के जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कर, महिलाओं को उनके अधिकारों के हित में जागरुक किया जाएगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बेटा और बेटी के बीच के भेदभाव को समाप्त करना तथा समाज और परिवार में महिलाओं के विरूद्ध हो रहे मानसिक व शारीरिक शोषण को रोकना है।
इस अभियान के तहत इन्दौर पुलिस द्वारा भी पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह व अति. पुलिस आयुक्त (अप./मुख्या.) इंदौर श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव के दिशा-निर्देशन में शुरूआत करते हुए, जागरूकता अभियान चलाए जा रहे है। जिसके अंतर्गत पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) श्री अंकित सोनी व अति. पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय)श्रीमती सीमा अलावा के मार्गदर्षन में कल दिनांक 25.11.24 इंदौर पुलिस की टीम (महिला थाना प्रभारी निरीक्षक श्रद्वा यादव, उनि. षिवम ठक्कर, सउनि गयेन्द्र यादव व टीम) अभिनव कला केंद्र गांधी हॉल के पास इंदौर में पहुंची और वहां पर उदय संस्था-मध्य प्रदेष डोमेस्टिक वर्कर मूवमेंट के सहयोग से आयोजित महिला सुरक्षा संवाद कार्यषाला में करीब 250 महिलाओं को जेंडर आधारित हिंसा की रोकथाम हेतु विभिन्न मुद्दो पर जानकारी देकर, उन्हें इसके प्रति जागरूक किया गया।
इसी कडी में आज दिनांक को इंदौर पुलिस की टीम ने शासकी हा.से. स्कूल सिरपुर इंदौर व केषव विघापीठ छोटा बांगड़दा इंदौर में पहुंचकर करीब 500 से ज्यादा छात्र-व छात्राओं तथा वहं के टीचिंग स्टाफ को महिला अपराधों व उनकी सुरक्षा व सम्मान हेतु चलाए जा रहे हम होगें कामयाब अभियान से अवगत करवाया । सभी स्टूडेंटस को जेंडर आधारित भेदभाव को मिटाने, महिला व पुरूषों में समानता का भाव लाने के लिये जागरूकत करते हुए, सभी को बालिकाओं व महिलााओं के साथ किसी तरह का मानसिक व शारीरिक शोषण या हिंसा न हो इसके लिये परिवार और समाज में समानता का माहौल बनाकर बेटे-बेटी के बीच भेदभाव समाप्त करने के लिए हम सभी मिलकर योगदान देगें आदि बातों के लिये प्रेरित किया गया।
साथ ही बच्चों को वर्तमान समय के सायबर अपराधों के प्रकारों व उनसे बचाव के संबंध में जानकारी दी गयी और उन्हें नषा मुक्ति अभियान के तहत नषे के दुष्पपरिणामों से भी अवगत करवाया गया।