• एडिशनल डीसीपी श्री राजेश दंडोतिया, ने साइबर अवेयरनेस की 275 वीं कार्यशाला में The Emerald Heights international school के स्टूडेंट्स को दिया साइबर अपराधों से बचने का ज्ञान।

 

  • बच्चों को समझाईश दी कि, साइबर क्रिमिनल्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और वर्चुअल वर्ल्ड की नई-नई तकनीकों का दुरुपयोग कर दे रहे है नए-नए तरीकों से अपराधों को अंजाम, जिन्हें हम जागरूक व सतर्क रहकर ही कर सकते है नाकाम ।

 

इंदौर पुलिस द्वारा साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये, इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी अनुक्रम में दिनां 23.08.24 को अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर, पुलिस टीम के साथ The Emerald Heights international school , राऊ रोड इंदौर में पहुंचकर स्टूडेंटस को साइबर अपराधों के प्रति  जागरूक किया

 

सायबर अवेयरनेस के तहत The Emerald Heights international स्कूल इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में एडीशनल डीसीपी क्राइम श्री राजेश दंडोतिया ने, अपनी 275 वीं कार्यशाला में करीब 1120 स्टूडेंट्स एवं 90 एडमिनिस्ट्रेटिव (कुल 1200 से अधिक) स्टाफ को वर्तमान समय के साइबर अपराधों के विषय में बताते हुए, पुलिस के पास आने वाली साइबर अपराधों की केस स्टडी के माध्यम से विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड तथा सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर, किस प्रकार अपराधी हमें अपना शिकार बनाते हैं आदि के बारे में जानकारी दी।

 

विदित हो कि, साइबर अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक करने के अभियान के तहत इंदौर पुलिस द्वारा लगातार स्कूल/कॉलेज, संस्थानों, औघोगिक इकाईयों, कॉलोनियों, में बच्चों से लेकर बुजुर्गो तक के हर जाति वर्ग के लोगों के बीच जाकर उन्हें साइबर अपराधों से बचाने के लिये जागरूक किया जा रहा है जिसमे लाखो लोग ऑनलाइन व ऑफलाइन इससे जागरूक भी हुए है।

साइबर अवेयरनेस के इस महाअभियान में एडीशनल डीसीपी क्राइम इंदौर श्री राजेश दंडोतिया भी जागरूकता की अलख जगा रहे हैं। इसी के अंतर्गत आज उनकी ये 275 वीं कार्यशाला थी, जिसमें उन्होंने वर्चुअल वर्ल्ड के विभिन्न नई नई तकनीकों  के साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दुरुपयोग करके भी किस प्रकार के अपराध किये जा सकते हैं बताते हुए, साइबर अपराध होने पर हेल्पलाइन-1930, cybercime.gov.in तथा इंदौर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन 704912445 आदि पर किस प्रकार शिकायत करें तथा पुलिस इन पर किस प्रकार कार्यवाही करती है और साइबर अपराधों से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखें आदि के संबंध में व्यवहारिक ज्ञान दिया।

 

उन्होंने सभी से कहा कि, चूंकि हम सभी आजकल ज्यादा से ज्यादा काम और पढ़ाई भी ऑनलाइन ही कर रहे है, और इस दिन प्रतिदिन बदलती नई-नई टेक्नोलॉजी का उपयोग कर साइबर क्रिमिनल्स नित नए तरीकों से साइबर अपराधों को अंजाम दे रहे है, इसलिए और ज्यादा सतर्क और सावधान रहना जरूरी है।

अंतः हम पूर्ण सतर्कता और सावधानी के साथ डिजिटल लेन देन, सोशल मीडिया का उपयोग करें, ऑनलाइन गेम खेलने मे भी ध्यान रखें  और अपनी निजी जानकारी किसी से भी शेयर न करें।

 

इस दौरान स्टूडेंट्स ने भी साइबर क्राइम से संबंधित अपनी विभिन्न जिज्ञासाओं प्रश्नों के माध्यम से पूछा, जिस पर एडीशनल डीसीपी क्राइम ने बड़े ही रोचक तरीके से प्रैक्टिकली उनको समझाया।

 

इस अवसर पर संस्थान के स्टूडेंटस,  सहित फैकल्टी, एडमिनिस्ट्रेशन आदि स्टाफ भी उपस्थित रहा, जिन्होनें भी साइबर सुरक्षा की बारिकियों को समझा और पुलिस के इस जागरूकता अभियान की प्रशंसा की।

 

इंदौर पुलिस के साइबर अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक करने के इस अभियान के तहत, कोई स्कूल/कॉलेज, संस्थान, इकाई कॉलोनी आदि में भी साइबर अवेयरनेस की कार्यशाला आयोजित करना चाहता है या कोई जानकारी चाहता है तो वह इंदौर पुलिस के नंबर 7049108197 पर संपर्क कर सकता है।

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